लोकसभा चुनाव 2019 में हरियाणा में ‘मिशन10’ का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही भाजपा ने अपने आठ प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है , इसमें यह साफ दिखा है कि टिकटों का आवंटन करते समय किसी तरह का रिस्क लेने के मूड में पार्टी नजर नहीं आई ,वही भाजपा ने अधिकतर पुराने चेहरों पर ही दांव खेला है ! सिरसा, करनाल और कुरुक्षेत्र लोकसभा में नए चेहरे चुनाव मैदान में उतारना भाजपा की मजबूरी थी, पार्टी ने यहां टिकटों का आवंटन करते समय पुराने जातीय समीकरणों का भी पूरा ख्याल रखा है !
भाजपा को कुरुक्षेत्र में राजकुमार सैनी की बगावत के बाद नया प्रत्याशी उतारना ही था तो करनाल में वर्तमान सांसद अश्विनी चोपड़ा की अस्वस्थता व लोगों की असंतुष्टि के कारण प्रत्याशी बदलना पड़ा ! भाजपा ने कुरुक्षेत्र से नायब सिंह सैनी, करनाल से संजय भाटिया और सिरसा से सुनीता दुग्ग्ल को प्रत्याशी घोषित किया है !
भाजपा ने 10 में से आठ लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा करते समय जातीय समीकरणों की अनदेखी नहीं की, सिर्फ जीतने वाले चेहरों पर ही पार्टी ने दांव खेला है ! वही दूसरी तरफ रोहतक और हिसार लोकसभा सीटें ऐसी हैैं, जो भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं हैैं क्यूंकि रोहतक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के बेटे कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और हिसार में जननायक जनता पार्टी के सांसद दुष्यंत चौटाला भाजपा के लिए बड़ी चुनौती हैैं !
भाजपा को इन दोनों लोकसभा सीटों पर ऐसे प्रत्याशियों की तलाश है, जो रोहतक में दीपेंद्र और हिसार में दुष्यंत व कुलदीप बिश्नोई को मात दे सके ! लिहाजा दोनों सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान फिलहाल रोक दिया गया है !
कुरुक्षेत्र में राजकुमार सैनी की जगह नया प्रत्याशी उतारना ही था जिसकी जगह सैनी कार्ड खेला गया और राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी को ही टिकट दिया है !
भाजपा ने किसी बिरादरी की नाराजगी मोल लेने का कोई रिस्क नहीं लिया, साथ ही पांच मौजूदा सांसदों को टिकट देकर उनकी जीतने की चुनौती भी बढ़ा दी है !
यदि किसी सांसद का टिकट कटता तो पार्टी को उनके विरोध का सामना भी करना पड़ सकता था ! सिरसा में पूर्व IRS अधिकारी रही सुनीता दुग्गल को टिकट देकर दलित व महिला कार्ड एक साथ खेले हैैं !