करनाल अपने परिवार से बिछडऩे पर गम के आंसू निकलना स्वभाविक है और अपने ही परिवार से पुन: मिलने पर जो आंसू निकलते हैं वह आंसू खुशी के होते हैं तथा सुख की अनुभूति करवाते हैं। ऐसे ही आंसू बुधवार को 4 दिन पहले करनाल के शिव कॉलोनी से लापता हुए 14 वर्षीय विकास केनिकल पड़े, जब वह जिला बाल कल्याण कमेटी के सदस्यों के कठिन प्रयासों के बाद अपने पिता सोमनाथ और चाचा नरेश कुमार से मिला !
विकास को अपने परिवार से मिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले जिला बाल कल्याण कमेटी के चेयरमैन उमेश चानना ने बताया कि गत 9 मार्च को विकास करनाल की सैक्टर 4 की पुलिस चौंकी के कर्मचारियों को मिला था, जिसके बाद उसे फू सगढ़ स्थित एमडीडी बाल भवन में भेज दिया गया।
इसके बाद एमडीडी बाल भवन के संचालक पीआर नाथ ने जिला बाल कल्याण कमेटी से सम्पर्क किया और कमेटी ने तुरन्त मामले मे संज्ञान लेते हुए विकास को उसके परिवार से मिलाने के प्रयास शुरू किए गए। विकास बोलने में पूरी तरह समर्थ ना होने के कारण अपने गांव का पता बंदराना बता रहा था।
इसके बाद कैथल व निसिंग पुलिस के माध्यम से गांव बंदराना के सरपंच से बात करने पर और उसकी फोटो भेजने पर पता चला कि विकास का परिवार लगभग 10-12 साल पहले करनाल की शिव कॉलोनी में शिफ्ट हो गया था और गांव में सुख दुख के मौकों पर आता रहता है।
शिव कॉलोनी में परिवार के पते पर पहुंचते ही परिजनों की खुशी का ठिकाना ना रहा। मजदूरी का कार्य करने वाले विकास के पिता सोमनाथ ने जिला बाल कल्याण कमेटी के चेयरमैन उमेश चानना सहित कमेटी के सभी सदस्यों और एमडीडी बाल भवन के संचालक पीआर नाथ का धन्यवाद किया।
जिला बाल कल्याण कमेटी के कार्यालय में जरूरी कार्यवाही पूरी करने के बाद विकास को उसके परिवार के साथ भेज दिया गया। इस मौके पर जिला बाल कल्याण कमेटी के सदस्य सीमा राणा, मीना काम्बोज, शोभना चौधरी और चन्द्रप्रकाश भी उपस्थित रहे !
चेयरमैन उमेश चानना ने आमजन से अपील की है कि बच्चों के प्रति घटने वाले किसी भी प्रकार के अपराध व लापता बच्चे की सूचना चाईल्ड हैल्प लाईन नम्बर 1098 पर पहुंचाना सुनिश्चित करें ताकि पीडि़त बच्चों की समय पर मदद की जा सके !