जाट महासभा ने दीनबंधु सर छोटूराम जयंती के अवसर पर सर छोटू राम की प्रतिमा पर फूल मालाएं अर्पित कर उन्हें नमन किया। प्रतिमा पर फूल बरसा कर सर छोटूराम अमर रहे के नारे लगाए गए। इससे पहले जाट भवन में सुबह हवन यज्ञ किया गया। प्रधान जोगिंद्र सिंह लाठर सहित सदस्यों ने हवन यज्ञ में आहूतियां डालकर समाज में खुशहाली की कामना की।
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे प्रो. रणबीर सिंह ने कहा कि सर छोटूराम का जन्म 24 नवंबर 1881 को हुआ था, लेकिन वह बसंत पंचमी को अपना जन्म दिवस मनाते थे, क्योंकि बसंत पंचमी पर चारों ओर बसंत के फूल खिलते हैं जिन्हें देखकर किसान इतराता है। उन्होंने कहा कि सर छोटूराम किसानों के लिए मसीहा थे। उन्होंने किसानों को दासता की जिंदगी से मुक्ति दिलवाई थी।
इसके बाद जाट भवन में हुई मीटिंग में महासभा की ओर से किए गए कार्यों व आय व्यय की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जाट भवन के निर्माण में सहयोग करने वाले दानी सज्जनों को स्मृति चिह्न भेंट कर व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया, इनमें पंकज पूनिया और अमरनाथ नरवाल शामिल रहे। महासभा की गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाने वाले सदस्यों को भी सम्मानित किया गया।
इस मौके पर जाट महासभा के प्रधान जोगिंद्र सिंह लाठर ने कहा कि दीनबंधु सर छोटूराम के दिखाए मार्ग पर चलकर ही हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि जाट महासभा समाज हित में कार्य कर रही है। जाट भवन का नवीनीकरण भव्य रूप में किया जा रहा है।
इस अवसर पर वरिष्ठ उपप्रधान हवा सिंह संधू, महासचिव सुरजीत सिंह नरवाल, उपप्रधान सुभाष नरवाल, सचिव बलवान सिंह, उपप्रधान अजीत खटकर, कोषाध्यक्ष चरण सिंह मलिक, रणजीत मान, गजे सिंह कुंडू व धर्मपाल नरवाल सहित सदस्य मौजूद रहे।