जींद उपचुनाव में भाजपा ने मारी बाजी, जेजेपी रही दुसरे नंबर पर।
जाटलैंड के नाम से मशहूर जींद का नया सिकंदर बीजेपी का नॉन जाट चेहरा कृष्णा मिड्ढा होंगे। जींद उपचुनाव में भाजपा के कृष्ण मिड्ढा ने जीत दर्ज कर ली है। पिता की मौत के बाद खाली हुई इस सीट पर बेटे ने जीत का परचम लहराया है।
जींद की जनता ने उनपर भरोसा जताते हुए जीत दिलाई हैं। मिड्ढा ने रणदीप सिंह सूरजेवाला जैसे कद्दावर नेता और जेजेपी की युवा चेहरे दिग्विजय चौटाला को इस चुनाव ने हराकर ये जीत हासिल की है।
हालांकि ग्रामीण क्षेत्र के बूथों की मतगणना के दौरान प्रारंभिक रुझानों में जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार दिग्विजय चौटाला आगे चल रहे थे, लेकिन जैसे ही शहरी क्षेत्रों के बूथों की मतगणना शुरू हुई तो कृष्ण मिड्ढा के आगे पीछे कोई उम्मीदवार नहीं दिखा। कृष्ण मिड्ढा की इस जीत से बीजेपी गदगद है।
पिता की छवि से मिली मदद :
जींद विधानसभा चुनाव में कृष्ण मिढ़ा की बढ़त के पीछे कहीं न कहीं उनके पिता की छवि को भी माना जा सकता है. दरअसल जींद के पूर्व विधायक हरिचंद मिढ़ा विधायक कम डॉक्टर ज्यादा थे। विधायक होते हुए भी वह हर रोज 150 से 200 मरीजों का खुद इलाज करते थे। गरीबों के लिए मिढ़ा किसी मसीहा से कम नहीं थे। दूर-दराज से आने वाले गरीब मरीजों का वह न केवल मुफ्त में इलाज करते थे बल्कि उन्हें किराए के रुपये तक दिया करते थे। यहां तक कि वे विधानसभा में भी अपनी किट लेकर जाते थे।