नगरपालिका कर्मचारी संघ से जुड़े कर्मचारियों ने नगर निगम में गेट मीटिंग कर सरकार के प्रति विरोध जताया। सरकार ने चुनाव के समय किए वादों को पूरा नहंी किया, जिससे कर्मचारियों में रोष है। कर्मचारियों ने नारेबाजी कर सरकार को कोसा। गेट मीटिंग की अध्यक्षता वरिष्ठ उपप्रधान राम सिंह ने की व संचालन राजकुमार ढिल्लोड ने किया।
इस मौके पर राम सिंह ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अक्तूबर 2014 में हुए विधानसभा चुनावों मे भारतीय जनता पार्टी ने कर्मचारियों से भी कई वादे किए थे। पंजाब के समान भत्ते व पेंशन, सफाई कर्मचारियों सहित अन्य विभागों में कार्यरत कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, अकुशल मजदूर को 15 हजार रुपए न्यूनतम वेतन देना व भ्रष्टाचार एवं शोषण पर आधारित ठेका प्रथा को समाप्त करना इन वादों में शामिल था।
सह सचिव इंद्रजीत चनालिया ने अपने संबोधन में कहा कि खेद की बात है कि अब सरकार वादों के विपरीत काम कर रही है। कर्मचारियों की नियमित भर्ती करने की बजाए काम से हटाया जा रहा है। ठेका प्रथा को बढ़ावा देकर सफाई कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। ईएसआई व पीएफ के घोटालों में कर्मचारी का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि आठ और नौ जनवरी की राष्ट्रव्यापी हड़ताल में नगरपालिका कर्मचारी संघ बड़ी भूमिका निभाएगा। इस अवसर पर सह सचिव इंद्रजीत चनालिया, सर्व कर्मचारी संघ के ब्लाक प्रधान ओमप्रकाश माटा, कोषाध्यक्ष रमेश दादूपुर, राजबीर बुढ़ाखेड़ा, सुरेंद्र प्रोचा, महिला विंग उर्मिला देवी व शारदा देवी ने कर्मचारियों को संबोधित किया।