करनाल के छोरे ने रचा इतिहास, गोल्फ में दूसरा स्थान प्राप्त कर अब राष्ट्रीय स्तर पर खेलेगा। ड्राइवर का बेटा है होनहार रोहित, पिता ने पैसे की कमी के बावजूद बेटे को दिलवाई कोचिंग, पिता के लिए ओलम्पिक खेलो में भारत का नेतृत्व करना चाहता है रोहित।
करनाल का रोहित अब गोल्फ में राष्ट्रीय स्तर पर खेलेगा।उसने हाल ही में हुए अमेचर नार्थ जोन प्रतियोगोता में द्वितीय स्थान हासिल किया है।घर मे पैसे की तंगी और पिता के ड्राइवर होने के बावजूद रोहित ने हौंसला नहीं छोड़ा और लम्बे समय से मधुबन में गोल्फ खेल रहा है।रोहित ने बताया कि वो पहले कुश्ती की कोचिंग लेता था लेकिन साथ ही साथ गोल्फ में भी उसका रुझान था लेकिन गोल्फ की कोचिंग महंगी होने व करनाल में उसकी कोचिंग न होने के कारण बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था और न ही उसकी तैयारी हो पा रही थी।
उसके बाद उत्तर प्रदेश के नोएडा में राजू सिंह जो गोल्फ की कोचिंग देते है उनसे संपर्क किया और अब वो लगातार वँहा जाकर अपने इस खेल को निखार रहा है।इस काम मे उसके पिता ने उसका बखूबी साथ दिया और पैसे की तंगी के बावजूद बेटे को महंगे खेल की महंगी कोचिंग दिलवाई।रोहित ने बताया कि हालांकि उसके पिता राजेश नरवाल करनाल में ड्राइवर है फिर भी उन्होंने मुझे इस महंगे खेल का सामान दिलवाया और अब कोचिंग भी दिला रहे है।
रोहित का कहना है कि वो अब राष्ट्रीय स्तर पर खेलकर करनाल और हरियाणा का नाम रोशन करना चाहता है।उसने कहा कि इस नार्थ जोन में द्वितीय स्थान प्राप्त करने के बाद अब मैं राष्ट्रीय खेल 2019 की तैयारी कर रहा हूँ।पिछले 4 वर्षों से गोल्फ की कोचिंग ले रहे रोहित का सपना है कि वो अपने माता पिता और देश का नाम भारत की ओर से विश्व स्तर की प्रतियोगिता में खेलकर रोशन करे।उसने कहा कि अगले आलोम्पिक में वो भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतना चाहता है और उसे विश्वास है कि वो बेहतरीन प्रदर्शन कर अपने माता पिता का ये सपना पूरा करेगा।