मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने करनाल के लोगों की समस्याओं के सुनने व उनके समाधान के लिए करनाल सी एम कैम्प आफिस में अपने सबसे नजदीकी ओ एस डी अमरेंद्र को जिम्मेदारी सौंपी हुई है ,ओ एस डी ने लंबे समय तक करनाल में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है !
करनाल में बीजेपी वाले मेयर कैंडिडेट रेणु बाला को जीताने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे है लेकिन ओ एस डी पिछले कई दिनों से करनाल में हैं पर वो एक बार भी किसी वार्ड में बीजेपी पार्षदो व बीजेपी मेयर कैंडिडेट् के लिए वोट माँगने नहीं गए ! क्या जानबूझकर ओसडी अमरेंद्र को चुनाव से दूर रखा जा रहा है ?
करनाल में मेयर पद के चुनाव का प्रचार जोरों पर है , जहाँ बीजेपी पार्टी अपने कैंडिडेट को मेयर बनाने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है ! वही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जो खुद करनाल से एम एल ए भी है ,करनाल मेयर पद का चुनाव इस लिए भी अहम हो गया है क्योंकि करनाल में आजाद उम्मीदवार आशा मनोज वधवा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर, रणदीप सुरजेवाला,भूपिंदर सिंह हुड्डा और इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय चौटाला व बसपा पार्टी भी अपना समर्थन दे चुकी है !
मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी अपने उम्मीदवार के लिए करनाल में बीजेपी के पक्ष में वोट डालने की अपील कर चुके है !
करनाल में 16 दिसम्बर को मेयर पद के लिए वोटिंग होगी और 19 तारीख को रिजल्ट आएगा ! पूरे हरियाणा के लोगों की नजर करनाल के रिजल्ट पर रहेगी !
वही चर्चायें यह भी है कि खुद शायद मुख्यमंत्री ने अपने ओ एस डी को किसी के भी चुनाव प्रचार में जाने से मना किया है इसके पीछे क्या कुछ कारण है यह सब करनाल की जनता जानती है !
लोग सवाल पूछ रहे है कि अगर ओ एस डी अमरेन्द्र सिंह से अगर शहर के लोग खुश नहीं थे तो क्यों उनको 4 साल तक करनाल में रखा गया !