डी ए वी पुलिस पब्लिक स्कूल मधुबन में अध्यापकों के लिए दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें डीएवी संस्थान के कई विद्यालयों के अध्यापक सम्मिलित हुए । कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती की वंदना से हुई प्रथम सत्र में अध्यापकों ने पाठ्यक्रम योजना पर विचारों को सांझा किया । कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में डेजी अरोड़ा, चेतना,अनुपमा रैना और रिद्धिमा जी उपस्थित रहे ।
सभी प्रशिक्षकों ने वर्गा अनुसार बच्चों में भाषाई ज्ञान को बढ़ाने के गुर सिखाए और खेलों के माध्यम से बच्चों में भाषा विकास के अध्ययन पर जोर दिया । नर्सरी से दूसरी कक्षा तक के शिक्षकों को आईसीटी के प्रयोग एवं कंप्यूटर द्वारा वर्कशीट निर्माण द्वारा शिक्षण को और भी प्रभावी एवं रुचिकर बनाने की नई तकनीक सिखाई गई। इस बार कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य शिक्षकों को आईसीटी प्रयोग में सक्षम बनाना था ।
कार्यशाला में चर्चा की गई कि बच्चों का मूल्यांकन उनके संपूर्ण विकास के आधार पर किया जाना चाहिए । उनकी वार्षिक रिपोर्ट भी उन के सर्वांगीण विकास के आधार पर ही तैयार की जानी चाहिए । दो दिवसीय कार्यशाला में माइक्रो शिक्षण विधियों पर चर्चा की गई कि किस प्रकार माइक्रो शिक्षण योजना का निर्माण किया जाए।
उसके द्वारा बच्चों को प्रभाव पूर्ण एवं रुचि पूर्ण शिक्षण दिया जाए साथ ही अध्यापकों को प्रभावी पाठ योजना बनाने के गुर सिखाए गए, और बताया गया कि कैसे एक साधारण पाठ को सुनियोजित पाठ योजना के द्वारा और रोचक व खेलो से जोड़कर प्रभावशाली बनाया जा सकता है क्लस्टर हेड एवं मेजबान विद्यालय की प्रधानाचार्या अनीता गौतम ने मुख्य प्रशिक्षकों और सभी विद्यालय से आए प्रधानाचार्या को स्मृति चिन्ह देकर इस कार्यशाला को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया और आभार प्रकट किया।