भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान करनाल के मजदूरों द्वारा की जा रही हड़ताल को आज कांग्रेस की पूर्व विधायक सुमिता सिंह ने अपना समर्थन दिया। सुमिता सिंह ने धरने पर बैठे मजदूरों के बीच बैठकर उनकी समस्या सुनी और उनका मुद्दा जोर-शोर से उठाने का वायदा किया।
उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से इस बारे में बात करेंगी और उनका यह मुद्दा जनता के सामने लेकर आएंगी ताकि जल्द से जल्द सभी मजदूरों को उनका हक मिल सके। भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान करनाल में डीसी रेट पर कार्य कर रहे मजदूर आज सातवें दिन भी हड़ताल पर रहे।
मजदूर अपनी मांग को लेकर बारिस में भी हड़ताल पर डटे हुए हैं। हड़ताल पर बैठे मजदूरों ने बताया कि इस संस्थान में मजदूर 10 से 15 साल से कार्य कर रहे हैं। मजदूरों को यहां पर शुरु से ही डीसी रेट मिल रहा था लोकि संस्थान के निदेशक ने तुरन्त आदेश देकर बंद करवा दिया, जबकि संस्थान की स्थापना से अब तक यहां पर डीसी रेट हीं मिल रहा था जोकि 2017 में 465 रुपये प्रतिदिन मिला।
1 मार्च 2018 को रेट 535 रुपये प्रतिदिन लागू किया गया जो मजदूरों को मिला। अब एक जुलाई से निदेशक महोदय ने 318 रुपये प्रतिदिन लागू कर दिया है जोकि बहुत कम है और यह मजदूरों के साथ अन्याय एवं उनका शोषण है। इस समस्या को लेकर बीती तीन जून को मजदूर प्रतिनिधिमंडल ने निदेशक महादय से मुलाकात की, जिसमें निदेशक ने अडियल रैवया अपनाते हुए अपने फैसले पर ही अडिग रहे।
मजदूरों ने कहा कि सभी मजदूर भी अपनी मांगों को लेकर ही दम लेंगे। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती उनका आंदोलन जारी रहेगा। आज की हड़ताल में थल सिंह, राजेंद्र, जरनैल सिंह, सपना, मनोज, सोहनलाल, तेजपाल शर्मा, राम मेहर, रोहताश, शमे सिंह, नाथी राम, हरपाल, विकास व रोशन सहित अन्य मजदूर उपस्थित रहे।