करनाल जिले के बाहरी गाव में करनाल और जींद स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची थी एक घर में छापा मारने, मिली थी जानकारी बाहरी गाव में एक मकान में महिला देती है लड़का होने की दवाई लेकिन छापा मारना स्वास्थ्य विभाग की टीम को पड़ा महंगा, महिला के साथियों ने जमकर पीटा करनाल डिप्टी सीएमओं के साथ कई हुए घायल, पुलिस को दी मामले की सारी सुचना, पीटने से पहले आरोपी महिला के साथी ने कहा मेरी मुख्यमंत्री के ओएसडी से हो चुकी बात निकालो इन्हें बाहर ओर जमकर पीटो इन्हें !
लड़का होने की दवाई देने वाली महिला के घर गई थी स्वास्थ्य विभाग की टीमछापा मारने लेकिन टीम को छापा मारना पड़ा महंगा, महिला के दर्जन भर साथियो ने स्वास्थ्य विभाग की टीम पर किया हमला कइयो को आई चोटे, दरसल विभाग को काफी समय से शिकायत मिल रही थी की बाहरी गाव में रहने वाली एक महिला लड़का होने की दवा देती है जिसपर जींद और करनाल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार शाम महिला के घर में नकली ग्राहक बनाकर लड़का होने वाली दवा लेने भेजे और अचानक सयुंक टीम ने छापा मार दिया
और वहा पर सभी दवाइयों जड़ी-बूटियों को कब्जे में लेकर बयान दर्ज करने लगे तभी महिला का साथी वह आया और उसने अपने दर्जनों साथियो के साथ मिलकर स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला कर दिया जिसमे कई डॉ समेत टीम के कई मेम्बर घायल हो गए, आलम यह हो गया था की टीम को अपनी जान बचाकर मोके पर से भागना पड़ा क्यूंकि उन बदमाशो ने अपने हाथो में डंडे उठा लिए थे टीम के सदस्यों को मारने के लिए !
लेकिन एक बात यह जरुर सामने आई है महिला का साथी हमला करने वाला किसी मोजुदा विधायक का गनमैन बताया जा रहा है और हमला करने से पहले उसने यह जरुर कहा की मेरी सीएम के ओएसडी से बात हो गई है इन्हें बाहर निकालो बस अब और उसके तुरंत बाद सभी आरोपी बदमाशो ने स्वास्थ्य विभाग की टीम पर लातो- घुसो से हमला कर दिया और उनके कुछ कैमरा तोड़ दिए जिससे वह वहा की रिकार्डिंग कर रहे थे !
इस हमले में टीम के साथ गए कई सदस्य घायल हुए है कई टीम मेम्बरो को चोटे लगी जिसमे करनाल स्वास्थ्य विभाग के डीप्ती सीएमओं राजिंदर कुमार भी शामिल है जिन्हें चोट आई है और जिन्होंने अपना सिटी स्कैन भी करवा लिया हालाकि विभाग की तरफ से इस मामले की शिकायत असंध थाणे में दर्ज करवा दी गई है
जिसपर पुलिस करवाई भी कर रही है लेकिन बड़ा सवाल यह है की आरोपी महिला का साथी आखिर कोनसे मोजुदा विधायक का गनमैन और उसका हमला करने से पहले यह कहना की मेरी मुख्यमंत्री के ओएसडी से बात हो चुकी है इन्हें बाहर निकाला कहा तक ठीक है आखिर कोनसे मुख्यमंत्री के ओएसडी से आरोपी बदमाश की बात हुई और क्या सच में उसकी बात मुख्यमंत्री के ओएसडी से हुई या फिर नही यह तो पुलिस जांच होगी उसमे ही पता लग पायेगा
लेकिन स्वास्थ विभाग की टीम पर इस तरह से हमला होना वो भी जींद पुलिस के कुछ मुलाजिमो की मोजूदगी में यह एक बहुत बड़ा सवाल है की प्रदेश में अपराधियों को किसी प्रकार का डर नही है !