आज करनाल सेक्टर 13 में एरीना एनीमेशन इंस्टिट्यूट के ओपनिंग सेरमनी के मौके पर करनाल की मेयर रेनू बाला गुप्ता ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। आपको बता दे कि एरीना एनीमेशन इंस्टिट्यूट मल्टी मीडिया और एनीमेशन की फील्ड में एक बहुत बड़ा नाम है। करनाल व आस पास के उन स्टूडेंट्स को अब दिल्ली या चंडीगढ़ जाने की जरूरत नहीं जो एनीमेशन की फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहते है।
कार्टून हर किसी का दिल लुभाते हैं। छोटे -छोटे बच्चे को खास कर एनिमेशन देखना पसंद करते हैं। भारत में भी टू डी और थ्री डी तकनीक के बढ़ते प्रयोग के साथ एनिमेशन एक व्यवसाय के रुप में उभर रहा हैं। तेजी से उभर रहे इस व्यवसाय में नौकरी भी पर्याप्त मात्रा में है और अभ्यार्थियों की मांग भी बहुत है। ऐसे में इसे एक सुरक्षित व्यवसाय के तौर पर लिया जा रहा हैं। इस क्षेत्र में आमदनी भी खासी अच्छी हैं। गौरतलब है कि भारत आईटी की दृष्टि से काफी आगे है ऐसे में आज भारत से एनिमेशन में आउटसोर्सिंग के कार्य भी खूब हो रहे हैं।
लेकिन कई बड़े संस्थानों में डिप्लोमा या एडवांस डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्स के तहत मार्केट की मांग के मुताबिक एनिमेशन की प्रोफेशनल ट्रेनिंग दी जाती है, जहां इंडस्ट्री के प्रोजेक्ट पर भी काम करने का मौका मिलता है। ऐसे कोर्स की अवधि एक से दो साल की होती है। कोर्स के दौरान ड्राइंग, ग्राफिक्स, प्रोडशन, प्रोग्रामिंग, लाइटिंग आदि के साथ-साथ एनिमेशन व डिजिटल आर्ट्स की विस्तृत जानकारी दी जाती है। आप किसी अच्छे एनिमेशन ट्रेनिंग संस्थान से अपनी आवश्यकतानुसार लॉन्ग या शॉर्ट टर्म कोर्स करके अपनी प्रतिभा में निखार ला सकते हैं।
यह इंडस्ट्री सालाना 23 फीसदी की तेज गति से बढ़ रही है। टीवी से लेकर फिल्मों और ऐडवर्टाइजिंग तक हर एंटरटेनमेंट सेक्टर को किसी एनिमेटर के विशेषज्ञ की आवश्यकता होती है। एनिमेशन में डिग्री रखने वाले स्टुडेंट्स के सामने करियर के व्यापक विकल्प उपलब्ध होते हैं, जैसे कैरेक्टर मॉडलिंग, रिगिंग, 2डी और 3डी एनिमेशन और गेम डिजाइन। एनिमेशन में तीन स्टेज होते हैं-प्री प्रोडक्शन, प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन। इसके अलावा गेमिंग, वेब डिजाइनिंग इमेजरी और ई-लर्निंग में भी विशेष कोर्स होते हैं।