क्या ऐसे बनेगा करनाल स्मार्ट सिटी। दयाल सिंह कॉलेज के पास लगे कूड़े के ढेर। निगम समय समय पर कूड़ा प्रबंधन को लेकर बहुत सी मीटिंग व सेमिनार करता है। पर हकीकत से कोसो दूर है। कूड़े प्रबंधन के दावे।
दावे जोरदार हकीकत फुस्स
नगर आयुक्त शहर में ज्यादातर वार्ड की सफाई का दावा करते हैं। तो स्वास्थ्य अधिकारी के निरीक्षण की रिपोर्ट कूड़े से शहर को पटने का दावा करते रहे हैं। हालांकि, पार्षदों ने इस पर नगर निगम के अधिकारियों को घेरने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी है। उनके मुताबिक सफाई कर्मियों की कमी से कुछ वार्डस में गंदगी का अंबार लगा हुआ है।
पिछले महीने ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने करनाल के गाँव काछवा में लोगों को कचरा प्रबंधन के लिए जागरूक करते हुए नील व हरे डस्टबिन दीये थे ताकि तरल व ठोस कचरा अलग अलग डाला जाए। नगर निगम ने भी सिटी के लगभग सब वार्डस में लोगो को डस्टबीन दिए है। अब भी लोगो को और नगर निगम को स्वच्छता के लिए कमर कसनी बाकी है।नगर निगम कॉमिशनर को इस दिशा में सख्त निर्णय लेने की जरूरत है।