गांव ब्याना में रविवार को रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया, शिविर में 126 युनिट रक्त एक त्रित हुआ। रक्तदान शिविर का शुभआरंभ खाद्य,आपूर्ति नागरिक एवं उपभोक्ता मामले मंत्री कर्णदेव काम्बोज ने रिबन काटकर किया। मंत्री कं बोज ने कहा कि रक्त का कोई अन्य विकल्प नहीं है। यह किसी फैकट्री या कैमिकल सेें नहीं बनाया जा सकता है। रक्त की आपूर्ति केवल मानव शरीर के माध्यम से ही हो सकती।
मंत्री कर्णदेव कम्बोज ने गांव ब्याना में ग्राम पंचायत व समाज सेवियों के सहयोग से लगाये जा रहे आठवें रक्तदान शिविर में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि रक्त देने के बारे में लोगों में कुछ गलत भ्रातियां है। रक्त देने से शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है अपितु दिए गये रक्त की आपूर्ति कुछ ही दिनों मेें हो जाती है। उन्होंने कहा कि प्रसव के दौरान ज्यादा रक्त बह जाने के कारण कई महिलाओं की असमय मौत हो जाती है, ऐसे में रक्तदान करके किसी की जान बचाई जा सकती है।
इस मौके पर समाजसेवी सुखबीर शर्मा, डा.संजय कुमार, समाजसेवी मुकेश वाल्मीकि व गांव रंदौली के सरंपच चरणजीत सिंह बब्बू ने कहा कि ऐसे आयोजनों से युवाओं में जागरूता आती है। रक्तदान महादान है। अपने लिए तो सभी जीते है जो आदमी समाज के लिये जीये वहीं असली जीना होता है। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु का स्वस्थ युवा रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करने से कई बीमारियों से बचाव होता है। इस रक्तदान शिविर में एक दिव्यांग युवक महावीर ने भी रक्तदान किया। महावीर ने बताया कि वह रक्तदान शिविर मे छह बार रक्तदान कर रहा है। रक्तदान करके शरीर तंदरूस्त रहता है और शरीर में कोई कमजोरी भी नहीं आती है।
इस शिविर में करनाल कल्पना चावला मैडिकल कॉलेज तथा रेडक्रॉस के डाक्टरों की टीमों का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर समाजसेवी कपिल किशोर, डा० ओम, संजीव मलिक, धर्मवीर, सचिन शर्मा, वीरभान, राहुल, शुभम शर्मा, विपिन कम्बोज, महिन्द्र गोयल, रोशन कम्बोज, शंटी, सोमनाथ, महावीर, रायसिंह, जसबीर, विनोद व राजेन्द्र सहित काफी लोग मौजूद रहे।