करनाल : उचानी गांव में एक नाबालिग लड़के द्वारा भारी वाहन चलाने और उसके बाद हुई सड़क दुर्घटना ने एक गंभीर मोड़ ले लिया है। मामला तब गरमा गया जब एक 17 वर्षीय युवक, जो कथित तौर पर टेंपो ट्रैवलर चलाना सीख रहा था, ने गांव के भीतर एक ट्रैक्टर और अन्य वाहनों को टक्कर मार दी। इस घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों और ट्रैक्टर मालिक ने नाबालिग की जमकर पिटाई कर दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनका बेटा गाड़ी चलाना सीख रहा था और गलती से टक्कर लग गई, जिसके लिए वे हर्जाना देने को भी तैयार थे। लेकिन दूसरे पक्ष के लगभग सात-आठ लोगों ने उसे खिड़की खोलकर गाड़ी से बाहर निकाला और बेरहमी से लात-घूसों से पीटा। परिवार का दावा है कि उनके बेटे की हालत इतनी खराब है कि वह न तो ठीक से बोल पा रहा है और न ही बिना सहारे के चल पा रहा है। परिजनों ने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि उनकी सुनवाई नहीं हो रही है और मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
दूसरी ओर, ग्रामीणों का कहना है कि युवक नाबालिग होने के बावजूद एक बड़ा वाहन चला रहा था और उसने कथित तौर पर शराब का सेवन भी कर रखा था। हालांकि, बाद में परिवार ने शराब पीने की बात से इनकार किया, लेकिन उन्होंने अपने बच्चे की गलती स्वीकार की कि उसे इतनी छोटी उम्र में गाड़ी नहीं चलानी चाहिए थी। ग्रामीणों के अनुसार, युवक ने गांव में एक से अधिक वाहनों को टक्कर मारी थी, जिससे बड़ा हादसा हो सकता था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना सदर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारी नफर सिंह ने बताया कि उन्हें मारपीट की शिकायत मिली है और वे डॉक्टर की रिपोर्ट के आधार पर उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे। पुलिस ने सार्वजनिक रूप से अपील की है कि अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों को भारी वाहन चलाने के लिए न दें, क्योंकि यह न केवल गैरकानूनी है बल्कि जानलेवा भी हो सकता है। साथ ही, पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि दुर्घटना होने पर कानून हाथ में लेना और मारपीट करना भी एक अपराध है, जिस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, दोनों पक्षों के बीच तनाव बरकरार है और पुलिस मामले को सुलझाने के प्रयास में जुटी है।