करनाल में जॉय लैप के वार्षिक आयोजन “जॉय फेस्ट 2025” में रामायण थीम के जरिए बच्चों ने मंच पर प्रस्तुति दी, जिसे दर्शकों ने उत्साह के साथ देखा। कार्यक्रम का संदेश यही रहा कि रामायण केवल कथा नहीं, बल्कि जीवन जीने के संस्कार, मर्यादा और सही-गलत की समझ विकसित करने का माध्यम है।
आयोजकों ने मंच से कहा कि यह कार्यक्रम कदमों की परफेक्शन से अधिक बच्चों के आत्मविश्वास, इनोसेंस और खुद को अभिव्यक्त करने की हिम्मत को बढ़ाने के लिए रखा गया है। मंच पर बच्चों से जुड़ी छोटी गलतियों को स्वाभाविक बताते हुए अभिभावकों से अपील की गई कि वे स्टेप्स पर नहीं, बच्चों के प्रयास और कॉन्फिडेंस पर तालियां दें।
मुख्य अतिथि के रूप में मेयर रेनू बाला गुप्ता ने बच्चों की प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि इतनी कम उम्र में बड़े किरदार निभाकर बच्चे आगे जीवन की चुनौतियों का सामना करने का भरोसा जगाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आधुनिक और स्मार्ट होने का अर्थ केवल पहनावा नहीं, बल्कि सकारात्मक सोच, संस्कार और जिम्मेदार आचरण है।
कार्यक्रम में अन्य अतिथियों ने भी स्कूल के प्रयासों को बच्चों के सर्वांगीण विकास से जोड़ते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों को अपनी संस्कृति से जोड़ते हैं और मंच-भय कम करते हैं। स्कूल प्रबंधन की ओर से यह संदेश भी दिया गया कि बच्चों में संस्कार और मूल्यों की नींव मजबूत करना प्राथमिक उद्देश्य है, ताकि वे आत्मविश्वासी और जिम्मेदार नागरिक बन सकें।