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नीलोखेड़ी के सिकरी बस अड्डे के पास स्कूटी–डंपर की टक्कर, 65–70 वर्षीय सोमनाथ गंभीर घायल।
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डंपर चालक मौके से फरार, वाहन को तरावड़ी NH‑44 से पुलिस ने बरामद किया।
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घायल को नीलोखेड़ी सरकारी अस्पताल से करनाल के निजी अस्पताल रेफर किया गया, हालत नाज़ुक बताई गई।
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पुलिस लापरवाही निर्धारण के लिए घायल के बयान व परिजनों की शिकायत के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी।
करनाल/नीलोखेड़ी: नीलोखेड़ी क्षेत्र में सिकरी बस अड्डे के पास सर्विस लेन पर स्कूटी और डंपर की जोरदार टक्कर में स्कूटी सवार बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि डंपर का चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। हादसा शुक्रवार शाम करीब 4 से 4:30 बजे के बीच हुआ, जब 65–70 वर्ष आयु के सोमनाथ नामक बुजुर्ग अपनी स्कूटी से जा रहे थे और सामने से आए डंपर से उनकी टक्कर हो गई।
टक्कर की तीव्रता का अंदाजा स्कूटी की हालत देखकर लगाया जा सकता है, जो पूरी तरह चकनाचूर अवस्था में मौके पर पड़ी दिखाई दी। चश्मदीदों के अनुसार सोमनाथ, जो नीलोखेड़ी के नजदीकी गांव के रहने वाले हैं और कॉलोनी में रहते हैं, हादसे में बुरी तरह घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें तुरंत पहले नीलोखेड़ी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया और फिर गंभीर स्थिति देखते हुए करनाल के निजी अस्पताल (कल्पना चावला से आगे रेफर) कर दिया गया।
डंपर चालक टक्कर के बाद घटना स्थल से भाग निकला, हालांकि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसके डंपर को तरावड़ी हाईवे, नेशनल हाईवे 44 पर पकड़ लिया। नीलोखेड़ी चौकी के एसआई नरेंद्र कुमार के अनुसार, सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची तो घायल को पहले ही अस्पताल भिजवाया जा चुका था, जबकि डंपर को आगे से रोककर थाना तरावड़ी में खड़ा करा दिया गया, लेकिन चालक मौके से फरार पाया गया।
एसआई ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि हादसे में लापरवाही किस पक्ष की रही, क्योंकि घटना की सटीक जानकारी केवल घायल सोमनाथ के बयान से ही मिल पाएगी। फिलहाल पुलिस घायल के स्वस्थ होने और बयान दर्ज होने का इंतज़ार कर रही है, जिसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई और संभावित धाराएं तय की जाएंगी।
स्कूटी पूरी तरह से टूटकर बिखरी हुई थी और डंपर थाना परिसर में खड़ा है, जिससे टक्कर की भयावहता स्पष्ट होती है। परिवारजन घायल सोमनाथ के साथ करनाल के निजी अस्पताल में मौजूद हैं और डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है, हालांकि इलाज जारी है और परिजन उनकी जान बचने की दुआ कर रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि जैसे ही घायल व्यक्ति या उसके परिजन लिखित शिकायत (दरख्वास्त) देंगे, उसके अनुसार मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। डंपर मालिक व चालक की पहचान, वाहन के कागज़ात और हादसे के समय की स्थिति की जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि तेज रफ्तार, लापरवाही या किसी अन्य कारण से यह दुर्घटना घटी।
अंत में लोगों से अपील कि वे यातायात नियमों का पालन करें, खासकर हाईवे और सर्विस लेन पर सतर्कता के साथ वाहन चलाएँ, क्योंकि मामूली लापरवाही भी जीवनभर के नुकसान या जानलेवा हादसे का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग, बच्चे और दोपहिया सवार सड़क पर सबसे अधिक संवेदनशील होते हैं, इसलिए भारी वाहनों के चालकों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और दुर्घटना की स्थिति में इंसानियत के नाते रुककर पीड़ित की मदद करना हर चालक का कर्तव्य है।