करनाल जिले के गगसीना गांव में एक किसान की रात के अंधेरे में नहर में गिरने से दर्दनाक मौत हो गई, जिसका शव पांच दिन बाद गगसीना नहर से बरामद हुआ। परिवार ने नहर विभाग पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए कि नहर के किनारे न दीवार थी, न पुलिया मरम्मत; न लाइट की व्यवस्था, जिससे ट्रैक्टर अंधेरे में पुल से फिसल गया और किसान नहर में जा गिरा।
सोमवार रात 8:30 बजे किसान अपने खेतों से ट्रैक्टर पर घर लौट रहा था, तभी लाइट न होने और पुलिया तंग होने की वजह से गाड़ी नहर किनारे अटक गई। परिवार लगातार खोजबीन में जुटा रहा, एसडीआरएफ टीमों ने सर्च ऑपरेशन चलाया, रिश्तेदार रात-दिन नहर किनारे ढूंढते रहे। पांच दिन बाद जाकर किसान का शव बरामद हुआ—तीन छोटे बच्चे, पत्नी और पूरा परिवार बेसहारा हो गया।
पुल के आसपास स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलियाएं बहुत तंग हैं, क्रॉसिंग मुश्किल है, वाहन के निकलने की जगह नहीं, बोर्ड या रिफ्लेक्टर्स तक नहीं लगते। हादसे की लिखित शिकायत पहले भी कई बार दी गई थी, लेकिन प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया।
परिवार और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इंसाफ और तुरंत पुलिया सुधार की मांग की है ताकि आगे किसी का परिवार ऐसी त्रासदी का शिकार न हो। मृतक की सरकारी कार्रवाई के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया।
सर्दियों और कोहरे/धुंध के मौसम को लेकर लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है और प्रशासन से मांग है कि सभी नहर/पुल इलाकों में साइन बोर्ड, लाइट और जरूरतमंद सुरक्षा उपाय तत्काल किए जाएं ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके।