भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान वसंत उत्सव ने किया विद्यार्थियों में नव चेतना का संचार : डा. सिंह एनडीआरआई में धूमधाम से मनाया वसंत उत्सव करनाल। हर वर्ष की तरह इस बार भी राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान में वसंत उत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में कलाकारों ने एक से बढक़र एक सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
जहां देशभक्ति गीतों के माध्यम से चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, राजगुर व सुखदेव को भावभिनी श्रद्घांजलि दी, वहीं नाटक के माध्यम से यह दर्शाने का प्रयास किया गया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है, चाहे खेल का मैदान हो या फिर अनुसंधान का क्षेत्र। आज हमारी बेटियों ने हर क्षेत्र में झंडे गाड़ रही हैं। कलाकारों ने वंसत के गीत गाकर खूब तालियां बटोरी और दर्शकों में एक नई उमंग भर दी।
एनडीआरआई के निदेशक डा. आर.आर.बी. सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वसंत का उत्सव प्रकृति का उत्सव है। यह पर्व वसंत ऋतु के आगमन का सूचक है। इस अवसर पर प्रकृति के सौंदर्य में अनुपम छटा का दर्शन होता है। जिस प्रकार से वसंत में पतझड़ खत्म होते ही पेड़ों पर नई कोपले जन्म लेती हैं, उसी तरह से आप सभी के अंदर भी पुराने एवं नीरस विचारों को छोड़ कर नव-चेतना का संचार होना चाहिए।
उन्होंने आगे बताया कि संस्थान शिक्षा के साथ साथ विद्यार्थियों के चहुमुखी विकास के लिए इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है। इसी कड़ी में आज वसंत उत्सव मनाया गया है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से विद्यार्थी में छिपी प्रतिभा निखर कर सामने आती है। डा. सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम में टॉप आने वाले विद्यार्थियों को अप्रैल माह में आयोजित होने वाले रेवरी-2018 (युवा महोत्वस) में भाग लेने का मौका मिलेगा।
वसंत उत्सव के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। मोनो एक्टिंग में निबेदिता प्रथम तथा सिमरण कांबोज द्वितीय स्थान पर रही। स्किट में बीटेक द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों का ग्रुप पहले स्थान पर, बीटेक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों का ग्रुप दूसरे तथा जिंगालाला ग्रुप तीसरे स्थान पर रहा। ग्रुप डांस में भांगड़ा ग्रुप प्रथम, बीटेक थर्ड ईयर (लडक़ी) का ग्रुप द्वितीय तथा दिव्या ग्रुप तृतीय स्थान पर रहा। ड्यूट डांस में अर्पूवा व जीविका पहले, दीपिका व अमृता दूसरे तथा दीपिका व सुनील तीसरे पायदान पर रहे।
संस्थान के निदेशक डा. आरआरबी सिंह ने विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक (अनुसंधान) डा. बिमलेश मान, डा. जेके कौशिक, डा. टीके दत्ता, डा. एके तोमर सहित अन्य वैज्ञानिक एवं विद्यार्थीगण मौजूद रहे।