मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जीवन में सर उठाकर जीने के लिए नैतिकता और अध्यात्मिक शिक्षा की जरूरत है। किताबी ज्ञान से मनुष्य शिक्षित तो हो सकता है परन्तु मनुष्य का जीवन सार्थक नही हो सकता है। श्रीमद् भागवत गीता मानव जाति को जीवन जीने का सार बताती है, हर मनुष्य का कर्तव्य है कि वह अपने जीवन को सार्थक करने के लिए श्रीमद् भागवत गीता का अनुसरण करें। मुख्यमंत्री मनोहर लाल बुधवार देर सायं स्थानीय सैक्टर 12 के हुडा मैदान में विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान में श्रीमद् भागवत कथा के शुभारम्भ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने भागवत गीता पर पुष्प आर्पित किए और इसके बाद कथा वाचक श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज का फूल मालाओं से स्वागत किया। मिशन की ओर से मुख्यमंत्री मनोहर लाल का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य के जीवन ज्ञान के बिना अधूरा है। ज्ञान के लिए महाविद्यालय, विश्वविद्यालय की शिक्षा प्राप्त की जा सकती है परन्तु इस शिक्षा से मनुष्य का जीवन सार्थक नही हो सकता है। शिक्षा का सर ऊंचा हो इसके लिए नैतिकता, अध्यात्मिकता व धार्मिक शिक्षा की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित श्रद्धालुओं के सामने कहा कि मैं जीवन के सार को समझने के लिए श्रीमद् भागवत गीता को अपने जीवन में धारण करू। उन्होंने मिशन के सभी श्रद्धालुओं से कहा कि वह करनाल के विधायक है, जो भी डयूटी उनकी लगाई जाएगी, मैं उसकों करने के लिए तैयार हूं। इस अवसर पर श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने कहा कि मनुष्य को श्रीमद् भागवत गीता का अध्ययन करना चाहिए। अपने जीवन को सफल करने के लिए दूसरों का सम्मान करना जरूरी है।
यदि मनुष्य अपने से छोटे का सम्मान करेगे तो बडे अपने आप उनका सम्मान करेगें। श्रीमद् भागवत गीता को अपने जीवन में धारण करने से बडी से बडी मुश्किल भी आसान हो जाती है। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रेरणा देते हुए कहा कि कथा के नियमों के अनुसार सात दिन अपने परिवार सहित भाग ले। कथा का आजोजन आगामी 20 फरवरी 2018 तक, प्रतिदिन दोपहर 2:30 बजे से सांय 6:30 बजे तक किया जाएगा। इस मौके पर मिशन के श्याम सुंदर शर्मा, अजय भाटिवाल, रघुमल भट्ट, मुख्यमंत्री के ओएसडी अमरेन्द्र सिंह, भाजपा के जिला अध्यक्ष जगमोहन आनन्द, जिला महामंत्री योगेन्द्र राणा, जनक पोपली के अलावा प्रशासन की ओर से उपायुक्त डा. आदित्य दहिया, एसपी जे.एस. रंधावा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।