करनाल/दीपाली धीमान : अनाथालय की ब्रह्मचारिणियों ने जहां भजन गाए, वहीं विद्वानों ने अपने प्रवचनों व स्वामी श्रद्धानंद के उपदेशों से मार्गदर्शन किया। मुख्य अतिथि के रूप में आर्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल घरौंडा के निदेशक जगदीश आर्य ने शिरकत की। गुरुकुल नोएडा से पहुंचे आचार्य डा. जयेन्द्र सरस्वती ने स्वामी श्रद्धानंद जी के जीवन आदर्शों से अवगत करवाया।
कार्यक्रम श्रद्धानंद अनाथालय ट्रस्ट के प्रधान बलदेव राज सिंगला की देखरेख में हुआ। महाप्रबंधक गोपीनाथ आर्य ने अतिथिगणों को शॉल ओढ़ाकर व पटका पहनाकर स्वागत किया। वक्ताओं ने कहा कि पूरा विश्व स्वामी श्रद्धानंद के बलिदान को जानता है। स्वामी श्रद्धानंद ने भारत को कई ऐसे देशभक्त दिए हैं, जिनकी सेवा से आज भारत वैश्विक रूप पर जाना जा रहा है।
उन्होंने देश की संस्कृति व अखंडता की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया। वक्ताओं ने कहा कि समाज में व्याप्त विसंगतिया को दूर करने के लिए स्वामी जी द्वारा बताए गए सिद्धांतों पर चलकर आर्य समाज के व्यापक प्रचार प्रसार करके करने की आवश्यकता है। स्वामी श्रद्धानंद ने सामाजिक कुरीतियों का विरोध कर वैदिक ज्ञान को जन-जन तक फैलाने का काम किया।
शाम को शांति पाठ के साथ कार्र्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर महाप्रबंधक गोपीनाथ आर्य, वरिष्ठ उपप्रधान सत्येंद्र मोहन कुमार, महामंत्री कर्णवीर आर्य, कोषाध्यक्ष महेश आर्य, प्रो. आनंद सिंह, अमित शर्मा, अशोक शर्मा, राजेंद्र शर्मा व रणधीर सिंह आदि मौजूद रहे।