(मालक सिंह) करनाल व असंध को आपस में जोड़ने वाली करनाल असंध रोड की हालत ज्यादा खस्ता होने की वजह से राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस सड़क पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है। किंतु इस सड़क की तरफ कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि यह रोड करनाल और असंध के दर्जनों गांवों का आपस में जोड़ता हैं। लेकिन फिर भी टूटी सड़क की काेई सुध नहीं ले रहा है।
वैसे तो असंध को जिला बनाने की बात समय-समय पर उठती रहती है। राजनीतिक पार्टियां कुछ दिन हाय हल्ला करके चुप बैठ जाती है। जिला बनना तो दूर की बात है। असंध से हमेशा ही सौतेला व्यहवार होता आया है।
असंध करनाल रोड की बुरी हालत को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्टो की बाढ़ सी आई हुई है हर कोई अपने तरीके से सड़क की बुरी हालत को सुधारने की जंग सोशल मीडिया पर लड़ रहा है। पोस्ट पर आ रहे कमैंट्स, शेयर तो इसी और इशारा करते है कि मुद्दा कितना अहम है।
बाल पबाना के सरकारी स्कूल में शिक्षक के पद कार्य करने वाले संदीप मिगलानी ने बताया कि करनाल से गाँव में ड्यूटी पर जाना ,जंग में जाने के बराबर लगता है।
राजनीतिक पार्टीयों ने 2019 के विधानसभा चुनावों को देखते हुए अपने असंध विधानसभा के संभावित उमीदवारों को असंध क्षेत्र में सक्रिय भी कर दिया है। क्या खस्ता सड़क इन नेताओं को नज़र नहीं आती। हालांकि कुछ स्थानीय नेता इस बारे में प्रयास कर रहे है। लेकिन सुधार दूर की बात दिख रहा है।
सोशल मीडिया पर बहुत से लोग पूर्व सीपीएस व असंध से एम एल के बख्शिश सिंह और भाजपा सरकार को दिल खोलकर कोस रहे है।
असंध वासी मंगल विर्क सोशल मीडिया पर लिखते है।कि पहले असंध से करनाल जाने में 45 मिनट्स लगते थे अब 1:30 घंटा लगता है। ऊपर से कार , मोटरसाइकिल की भी मेन्टेन्स बढ़ जाती है।
कहाँ है बुरे हालात,
1.चिड़ाव गाँव निकलते ही
2.दादुपुर बस स्टॉप से आगे ड्रेन तक
3. जुंडला सत्संग घर से स्कूल तक
4. पक्का खेड़ा मोड़ से मंचूरी गाँव तक
5. मंचूरी राजधानी पोलटेक्निक से शेखुपुरा गाँव तक
6. अलावला से जलमना तक
7. ठरी से जयसिंह पुर तक
8. विर्क पैलेस से सालवन चौक तक
अगर मोटे तौर पर देखा जाए तो पूरा असंध करनाल रोड़ बुरी तरह से खस्ता हालत में है।