करनाल/दीपाली धीमान : जिला पुलिस कप्तान मोहित हाण्डा के निर्देशानुसार आज जिला पुलिस की काउंसलिंग सेल टीम द्वारा क्षेत्र के गांव मोहड़ी जागीर में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विघालय में बच्चों को पोस्टर मेकींग के माध्यम से नशे से दूर रहने व यातायात नियमों के पालन हेतू पाठ पढ़ाया गया। बच्चों ने पोस्टर मेकिंग में काफी रूची दिखाई और बहुत ही सुंदर चार्ट उनके द्वारा तैयार किए गए।
इस अवसर पर काउसलिंग सेल टीम की अध्यक्षता कर रही महिला उप निरीक्षक बबीता ने बच्चों से कहा कि नशा करने वाले व्यक्ति को समाज में हेय की दृष्टि से देखा जाता है, ऐसा व्यक्ति अपने परिवार के लिए भी बोझ स्वरूप हो जाता है और उसकी समाज एवं देश को उपादेयता शुन्य हो जाती है। नशे के साथ वह व्यक्ति अपराध की ओर अग्रसर होने लगता है तथा शांतिपूर्ण समाज के लिए अभिशाप बन जाता है।
उन्होंने कहा कि जिला पुलिस के नशा मुक्त अभियान का उद्देश्य युवाओं, महिलाओं और समुदाय की सक्रिय भागीदारी के माध्यम से जनता तक पहुंचना और मादक द्रव्यों के सेवन के मुद्दों पर जागरूकता फैलाना है। इसके साथ ही उन्होंने सभी बच्चों को शपथ दिलाई कि हम भविष्य में किसी भी प्रकार का नशा नहीं करेगें और अपने विघालय के मित्र, मौहल्ले के साथी, परिवार के सदस्यों एवं समाज के स्वजनों को भी इससे दूर रखेगें, ताकि नशा मुक्त समाज के निर्माण के सच्चे सेवक बन सकें।
मैडम बबीता ने कहा कि यदि व्यक्ति अपने मन में ठान ले तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है, नशे जैसी बिमारी को जड़ से मिटाने के लिए युवाओं को शिक्षित बनाना होगा, तनाव से निपटने एवं स्वस्थ रहने के तरीके जैसे खेल, व्यायाम, योग और ध्यान को अपनाना चाहिए, नशे से दूर रहने के लिए अपने परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं और घनिष्ठ रखें, अपने दोस्तों का चुनाव ध्यान से करें, एक स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने की ओर अग्रसर हों।
उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति नशा छोड़ना चाहता है या कोई प्रियजन नशे की लत से जूझ रहा है तो उसके लिए नशा मुक्ति केन्द्र से निशुल्क सहायता भी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग नशे के आदि हैं उनकी सहायता करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करके उन्हें वापिस मुख्य धारा से जोड़ा जा सकता है। इसके लिए उचित ईलाज व बेहतर स्पोर्ट ग्रुप का चयन करें और समय समय पर डॉक्टर की सलाह भी बहुत जरूरी है।
इसके अलावा उन्होंनें सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए बच्चों को यातायात नियमों से अवगत करवाया और उन्हें यातायात नियमों को अपने जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया।