करनाल/कीर्ति कथूरिया : महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा हरियाली तीज महोत्सव का आयोजन बुधवार को स्थानीय पंचायत भवन में किया गया। कार्यक्रम में अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
सर्वप्रथम उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान के तहत मोबाईल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया इसके उपरांत कार्यक्रम का विधिवत रूप से शुभारम्भ किया । कार्यक्रम में बच्चों व महिलाओं द्वारा संस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किए गये। इस दौरान महिलाओं से सम्बंधित प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।
अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी ने महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि तीज भी देश की महान संस्कृति का संवाहक हैं। त्यौहारो से संबंधों को नई मजबूती मिलती है, हरियाली तीज का विशेष महत्व है । उन्होंने कहा कि आज के दिन सभी को आपसी मतभेद भुलाकर इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए ।
तीज सामाजिक व सांस्कृतिक महोत्सव है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2015 मे पानीपत से बेटी बचाओ- बेटी पढाओ अभियान की शुरुआत की थी जिसके सार्थक परिणाम सामने आए है हरियाणा में निरंतर लिंगानुपात में सुधार हो रहा हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में नाम ऊंचा कर रही है हाल ही में ओलंपिक खेलों में भारत ने अब तक 3 मेडल जीते हैं जिनमें से अधिकतर महिलाओं ने जीते है। हर्ष का विषय हैं कि हरियाणा की महिलाएं अच्छा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीमें महिला व बच्चों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है।
विश्व की आधी आबादी महिलाओं की हैं उनके हाथों में विकास की कमान सौंपने से अधिक विकास होगा। समाज मे महिलाओं का योगदान पुरुषों की अपेक्षा अधिक होता हैं। वह घर के साथ-साथ सामाजिक कार्यों मे भी अपना योगदान दे रही हैं।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी सीमा प्रसाद ने कहा कि हरियाली तीज उमंग भरा त्यौहार हैं। इस त्यौहार का महिला पूरे साल इंतजार करती हैं। इस दिन भाई बहन के घर सिंधारा लेके जाता है। आज के दिन महिला 16 सिंगार करती हैं व झूला झूलती है। हमारी संस्कृति मे तीज के त्यौहार का बहुत महत्व हैं।
उन्होंने कहा कि आज तीज के उपलक्ष पर बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के तहत मोबाइल वैन रवाना की गई है। यह वैन उन गांवों में जाएगी जिन गांवों में लिंग अनुपात कम है ।
वैन द्वारा भ्रूण हत्या व लिंग जांच रोकने के प्रति जागरूक किया जाएगा । उन्होंने बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान का लक्ष्य बेटियों को जन्म का अधिकार मिले व उनके अधिकारों की सुरक्षा कि जाए । उन्होंने आम जन से अपील की कि बेटियों को शिक्षित करें ताकि आगे चलकर आत्मनिर्भर बन सके।
इस मौके पर सीडीपीओ राज बाल मोर, सीडीपीओ निसिंग संतोष, सीडीपीओ घरौंडा संतोष, डीसीपीओ रीना अब कोऑर्डिनेटर ज्योति चौहान,पीपीओ सविता, सहायक मीनाक्षी, पोषण अभियान से अंजू, आंगनबाड़ी वर्कर तथा डीसीपीओ समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।