करनाल/कीर्ति कथूरिया : भूजल को बचाने हेतु सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करें उपरोक्त शब्द कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद विवेक चौधरी ने अटल भूजल योजना करनाल द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हुए व्यक्त किये | कार्यशाला का आयोजन जिला परिषद कार्यालय के सभागार में अटल भूजल योजना के साथ संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया |
मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हुए कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद विवेक चौधरी ने कहा कि आज भूजल बचाने की दिशा में सभी विभागों को अपनी कवायत तेज करनी पड़ेगी | हमें इसके साथ- साथ समुदाय को सीधे योजना से जोड़ना पड़ेगा |
विशेष कर ऐसी योजना बनानी पड़ेगी जिससे ग्रामीणों का सीधा हित जुड़ा हो | उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपनी कार्य योजना बनाये उसमें और उन योजनाओं को क्रियान्वित करने से पहले एक दूसरे से सांझा अवश्य करें | कार्य योजना में गांव के लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरुक किया जा सके और वहां की युवा शक्ति को भी जोड़ जाये | युवा शक्ति युवा जल प्रहरी के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका भूजल बचाने में दे सके |
उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में जहां कुछ अच्छा कार्य हुआ है वहां किस प्रकार से किसान कृषि में फसल विविधीकरण को अपना कर ज्यादा लाभ अर्जित कर रहे है | हमारे क्षेत्र में जहां कुछ प्रगतिशील किसान कुछ हट कर कर रहे हैं उन्हे ज्यादा से ज्यादा हाईलाइट किया जाये ताकि दूसरे किसान भाई प्रोत्साहित हो सकें |
उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि भूजल संरक्षण व बचाव से सम्बन्धित कोई भी आपके पास अच्छी परियोजना हो आप लेकर आये उसे क्रियान्वित करने का हर संभव प्रयास किया जायेगा | भूजल यदि हमारा बचेगा तो ही भविष्य बचेगा | अभी हम भूजल को गंभीरता पूर्वक नहीं ले रहें है परन्तु कुछ समय बाद हम इसकी महत्वता और गंभीरता पर हर जगह चर्चा करना पसन्द करेंगे | यह हमारे भविष्य की सबसे बड़ी चुनौती हैं |
इस अवसर पर अटल भूजल योजना के नोडल अधिकारी व कार्यकारी अभियन्ता रणवीर सिंह ने जानकारी दी कि जल संसाधन एवं सिंचाई विभाग की ओर से क्या -क्या अटल भूजल योजना के अन्तर्गत किया जा रहा है | कार्यशाला में विभिन्न विभागों के उपस्थित अधिकारियों ने भूजल को बचाने के लिए क्या -क्या गतिविधियां की जा रही है एक दूसरे के साथ सांझी की |
कार्यशाला में कृषि विभाग से डॉ सुरेश कुमार व सहायक सुनील कुमार ने पीपीटी के माध्यम से कृषि विभाग की भूजल को बचाने की दिशा में धान की सीधी बिजाई, मेरा पानी मेरी विरासत व वर्ष 2024-24 की कार्य योजना का प्रस्तुतिकरण किया गया |
प्रस्तुतिकरण में उन्होंने बताया कि अटल भूजल योजना में शामिल गांवों में इस बार 813 एकड धान की सीधी बिजाई का लक्ष्य रखा गया है व मेरा पानी मेरी विरासत योजना के अन्तर्गत धान की फसल को छोड़कर कम पानी की लागत की फसलों को अपनाने के लक्ष्य 2570 एकड़ रखा गया हैं जिसे पूरा करने का हर संभव प्रयास किया जायेगा |
कार्यशाला में अतिथियों का धन्यवाद कार्यकारी अभियन्ता रणवीर सिंह ने किया व कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद विवेक चौधरी को एक पौधा स्मृति के तौर पर भेंट किया गया |
कार्यशाला में कार्यकारी अभियन्ता पंचायती राज पलविन्द्र सिंह, कार्यकारी अभियन्ता मिकाडा हरीदेव काम्बोज , सुरेश कुमार व सुनील कुमार कृषि विशेषज्ञ, सहायक भूमि संरक्षण कार्यालय से कृषि निरीक्षक कृष्ण शर्मा व गणपत , भूजल कोष से तकनीकी सहायक डॉ महावीर सिंह, जिला परिषद से कार्यक्रम अधिकारी अमित गोयत, अटल भूजल योजना करनाल के आई ई सी विशेषज्ञ राजीव कुमार शर्मा,
भूजल विशेषज्ञ शुभम अग्रवाल, मनरेगा से सहायक राम निवास , जन स्वास्थ्य विभाग से गौरव कुमार एस डी ओ, विनोद कुमार कनिष्ठ अभियंता, डीआईपी से भूजल-विशेषज्ञ बलराम शर्मा, आईईसी विशेषज्ञ कपिल कौशिक, गुलशन गिरधर सहायक परियोजना अधिकारी हरेडा, फोरैस्ट रेंजर, कृषि विशेषज्ञ नीरज कुमार, नेहरू युवा केन्द्र करनाल से आशीष , उघान विभाग से जसविन्द्र सिंह व एपीओ रोशन, एसडीओ सिंचाई विभाग सहित उपस्थित रहे |