करनाल/कीर्ति कथूरिया : घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि योग एक कला है जो शरीर, मन और आत्मा को एक साथ जोड़ता है और हमें मजबूत व शांतिपूर्ण बनाता है। इसका अभ्यास आवश्यक है, क्योंकि यह हमें मानसिक, शारीरिक, आध्यात्मिक और सामाजिक रूप से स्वस्थ करता है। यह तनाव को कम करने में मदद करता है और समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
विधायक कल्याण शुक्रवार को 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर करनाल की नई अनाज मंडी में आयोजित जिला स्तरीय योग दिवस के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस अवसर पर विधायक ने योग दिवस कार्यक्रम की शुरुआत भगवान धन्वंतरि के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करके की।
इसके बाद जिला परिषद के सीईओ विवेक चौधरी ने मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों का स्वागत किया और जीवन में योग के महत्व के बारे में जानकारी दी। इस दौरान संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि आज की भौतिक भाग दौड़ को देखते हुए योग का अभ्यास अति आवश्यक है।
क्योंकि सबसे बड़ा सुख शरीर का स्वस्थ होना है। जिसकी प्राप्ति योग से होती है। स्वस्थ शरीर ही दूनिया की सबसे बड़ी दौलत है। स्वस्थ व्यक्ति ही देश व समाज का हित कर सकता है। इसलिए हमें योग को जीवन का अंग बनाकर प्रतिदिन योग अभ्यास करना चाहिए, इससे हम निरोग रहेंगे।
विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि योग हमारी परंपरा का हिस्सा रहा है। हमारे ऋषि-मुनियों ने योग को शुरू किया था। योग हजारों साल से भारतीयों की जीवन शैली का हिस्सा रहा है। ये भारत की धरोहर है। योग में पूरी मानव जाति को एकजुट करने की शक्ति है। यह ज्ञान, कर्म और भक्ति का आदर्श मिश्रण है। दुनिया भर के अनगिनत लोगों ने अपने जीवन के योग को अभिन्न अंग बनाया है और हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता दिलवाई।
जिसके फलस्वरूप देश ही नहीं विदेशों में भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस थीम योग स्वयं और समाज के लिए है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जहां व्यापक स्तर पर विश्व समुदाय से जुड़ने का प्रयास है। वहीं भारत के प्रत्येक गांव में पंचायती राज संस्थाओं व ग्राम सभाओं की इसमें सक्रिय भागीदारी से योग को जनमानस तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि जिम की बेसिक साइंस भी योग ही है। स्कूलों में बच्चों को प्रार्थना सभा में जो पीटी करवाई जाती है, वह भी योग से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को हर दिन योग करना चाहिए भले ही इसे 10 मिनट के लिए करें। इससे शरीर में नव ऊर्जा का संचार होता है। शरीर रोगों से दूर रहता है।
विधायक हरविंद्र कल्याण ने योग दिवस पर करनाल में भव्य कार्यक्रम आयोजित करने पर जिला प्रशासन करनाल, आयुष विभाग, खेल विभाग और शिक्षा विभाग को हार्दिक बधाई दी। विधायक हरविंद्र कल्याण ने यहां सैकड़ों बच्चों व आम लोगों के बीच योग किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वीसी से दिया संदेश
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर जम्मू कश्मीर से वर्चुअल माध्यम से योग दिवस पर देशवासियों को संदेश दिया। करनाल में आयोजित कार्यक्रम में इस संदेश को स्क्रीन पर दिखाया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि भारत के साथ-साथ विश्व भर में योग दिवस मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमें प्रतिदिन योग करना चाहिए। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हिसार में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह से वर्चुअल माध्यम से संदेश मेें कहा कि सुख-दुख, हानि-लाभ, सफलता-असफलता द्वंदों में सम रहते हुए निष्काम भाव से कर्म करना ही योग है। उन्होंने कहा कि आमजन को योग से जीवनशैली में सुधार बीमारियों से बचने के तौर तरीकों को जानने में योगदान मिल रहा है। इसलिए करो योग, रहो निरोग।
इस मौके पर एसडीएम करनाल अनुभव मेहता, एसीयूटी योगेश सैनी, एमडी शुगर मिल हितेंद्र शर्मा, सीटीएम शुभम सिंह, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. सतपाल, जिला शिक्षा अधिकारी सुदेश कुमारी, सीएमओ डॉ कृष्ण कुमार, जीएम रोडवेज कुलदीप सिंह, जिला उद्यान अधिकारी डॉ मदन लाल, जिला वन अधिकारी जयकुमार, जिला रेडक्रॉस सचिव कुलबीर मलिक सहित अन्य विभागों के अधिकारी तथा
भाजपा नेता राज सिंह गोदारा, रघुमल भट्ट, कर्मबीर कल्याण, इलम सिंह, पूर्व पार्षद मेघा भंडारी, डॉ. नितिन रोहिला, नरेश कुमार, शिक्षा विभाग से उर्वशी विग मौजूद रहे। इस अवसर पर आयुष विभाग के योग विशेषज्ञ डॉक्टर अमित पुंज द्वारा योगाभ्यास करवाया गया। मुख्य मंच पर नरेंद्र खोखर, एनफ खोखर, सचिन मलिक व सरस्वती मलिक ने योगाभ्यास करके दिखाए। जिला खेल योग संघ के बच्चों ने म्यूजिकल योगा की प्रस्तुति दी, जिस पर उपस्थित जनसमूह ने जोरदार तालियां बजाई।
योगमय हुआ वातावरण
योग कार्यक्रम की शुरूआत प्रार्थना से हुई। इसके पश्चात योग अभ्यास का सिलसिला शुरू हुआ। इसके बाद कटिचालन, उत्कटासन, ताड़ासन, वृक्षासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन, वज्रासन, अर्धउष्टासन, वक्रासन, मक्रासन, भुजंगासन, शवासन, पवन मुक्तासन करवाए गए। इसके पश्चात कपालभाति, अनुलोम-विलोम किया गया। सैकड़ों की संख्या में मौजूद बच्चों व आम लोगों ने योग किया। अनाज मंडी का पूरा वातावरण योगमय हो गया।