करनाल/कीर्ति कथूरिया : एसडीएम अनुभव मेहता ने कहा कि जिले को पूरी तरह मलेरिया मुक्त बनाने के लिए सभी सरकारी विभाग मिलकर कार्य करें। विभाग अपने स्तर पर अधिक से अधिक लोगों को साफ-सफाई व जिन भी स्थानों पर पानी इकठ्ठा होता है, वहां विशेष ध्यान देने के लिए जागरूक करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग, शहरी स्थानीय विभाग और पंचायत विभाग अपने-अपने क्षेत्र में फॉगिंग करवाएं। एसडीएम वीरवार को लघु सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में जिला स्तरीय मलेरिया वर्किंग कमेटी की बैठक में बोल रहे थे।
एसडीएम नेे डीडीपीओ और सभी बीडीपीओ को निर्देश दिए कि उनकी टीम गांवों में जाकर समय-समय पर जांच करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष मलेरिया के केस में निरंतर कमी आ रही है। मलेरिया को कंट्रोल करने के लिए हमें और बेहतर प्रयास करने हैं और जिले को मलेरिया मुक्त बनाना है।
उन्होंने शहरी स्थानीय विभाग को निर्देश दिए कि जहां-जहां कचरा फेंका जा रहा है, वहां पर विशेष ध्यान दिया जाए, यदि कोई जल भराव की स्थिति है तो उसकी साफ-सफाई समय पर करवाई जाए ताकि मच्छर न पनप सके।
फॉगिंग मशीनों की हो जांच, लीकेज पानी के पाइप की हो मरम्मत
एसडीएम ने कहा कि हैल्थ, शहरी स्थानीय और पंचायत विभाग अपनी सभी फॉगिंग मशीनों की जांच करें, यदि किसी मशीन में कोई कमी है तो उसकी समय पर मरम्मत करवाई जाए।
उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए की शहर में जहां-जहां पाईप व टैप आदि से पानी की लीकेज की समस्या है, उसे दुरुस्त किया जाए। इसके साथ-साथ पब्लिक टॉयलेट की साफ-सफाई का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि स्कूलों के आसपास पानी इकट्ठा न होने दे।
इसके अतिरिक्त स्कूल में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैलाई जाए। परिवहन विभाग वर्कशॉप आदि में पुराने टायरों व सामान आदि में पानी इकट्ठा न होने दे, ताकि मलेरिया का मच्छर न पैदा हो सके।
एसडीएम ने स्वास्थ्य विभाग को मलेरिया के प्रभाव को कम करने और आमजन की जिंदगी को मलेरिया से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने तथा लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मलेरिया एक घातक बीमारी है, यह गंदगी और कईं दिनों तक इकट्ठा हुए पानी में पैदा हुए मच्छरों से फैलती है। यदि सभी लोग अपने आसपास सफाई रखेंगे तो मलेरिया के पनपने के कम अवसर होंगे।
बैठक के दौरान उप सिविल सर्जन वीबीडी डॉक्टर अनु शर्मा, डॉक्टर नीलम वर्मा, डॉक्टर सिम्मी, डॉक्टर संदीप अबरोल, डॉ. शीनू चौधरी, शिक्षा व पंचायत विभाग के अधिकारियों सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।