स्कूल ड्राइवर एसोसिएशन ने निजी स्कूलों की मनमानी, चालकों को डीसी रेट आधारित वेतन नहीं देने तथा बसों में महिला कंडक्टर नहीं रखने का पुरजोर विरोध किया है। एसोसिएशन की बैठक फव्वारा पार्क में हुई, जिसकी अध्यक्षता प्रधान विजय कुमार ने की। बैठक में कहा गया कि प्राइवेट स्कूल मनमानी करते हुए नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से बसों में महिला कंडक्टर रखने के आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन स्कूल संचालक महिलाओं की नियुक्ति नहीं कर रहे हैं। जिन स्कूलों बसों में महिला कंडक्टर लगाई गई हैं, उनमें पुरुष कंडक्टर को नहीं जाने दिया जाता। जबकि एक बस में पुरुष और महिला कंडक्टर दोनों होने अनिवार्य हैं।
यह बड़ी समस्या है, जिसका समाधान होना चाहिए। बैठक में यह मामला भी उठाया गया कि स्कूल खर्चा बचाने के लिए हरियाणा के बाहर से लाइसेंस लेकर आने वाले अप्रशिक्षित चालकों को नौकरी पर रख लेते हैं। इससे हर समय बच्चों की जान को खतरा रहता है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। एसोसिएशन की ओर से मांग रखी गई कि स्कूल बस चालकों परिचालकों को डीसी रेट आधारित वेतन दिया जाए। जल्द से जल्द बसों में महिला परिचाल की व्यवस्था की जाए। पुलिस प्रशासन से कानून की धज्जियां उड़ाने वाले स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की गई। चालकों ने पहले भी कई बार प्रशासन से अपील की है
कि प्रदेश के बाहर से लाइसेंस बनवाकर आने वाले चालकों पर सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें स्कूलों में नौकरी नहीं मिलनी चाहिए। उन्हीं चालकों को नौकरी पर रखा जाए, जिन्हें कम से कम पांच साल का अनुभव हो। प्रधान विजय कुमार ने कहा कि अगर मांगों का हल नहीं किया गया तो स्कूल ड्राइवर एसोसिएशन हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी और प्रदर्शन करने से भी गुरेज नहीं करेगी। इस अवसर पर जेएस कांबोज, नन्हा सिंह, दर्शन सिंह, गुरबचन सिंह, किशोरी लाल, तरसेम सिंह, रामबीर मलिक, भूपेंद्र राणा, सुनील राणा, सुनील पाल, धर्मबीर पंडित, अमित कुमार, सुरेश कुमार, विनोद कुमार, बल्लू, सोनू, सुनील भट्ट, शमशेर चौधरी व राजेंद्र कुमार मौजूद रहे।