करनाल/कीर्ति कथूरिया : राजा दशरथ अपने सफेद बाल देखने के बाद सोचते है कि मैं अब राम को राज पाठ देकर तपस्या करने वनों में चला जाता हूं गुरु वशिष्ठ से परामर्श करने के बाद घोषणा करते हैं कि कल मैं
श्री राम को युवराज बनाऊंगा मां सरस्वती की प्रेरणा और मंतरा के सीखाने से रानी कैकई राजा दशरथ से अपने दो वरदान मांगती है एक भरत को राजतिलक और दूसरा श्री राम को 14 वर्ष का बनवास अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करते हुए श्री राम जी सीता जी और लक्ष्मण जी वनवास के लिए चले जाते हैं।
संस्था के चेयरमैन नरेश गुप्ता ने बताया कि कल भरत मिलाप का मार्मिक दृश्य मंच पर दिखाया जाएगा आज मंचन के दौरान प्रधान रमेश गुप्ता, विनोद गर्ग अंकुर गुप्ता प्रभात गुप्ता मनोज गोयल पंकज गुप्ता पंकिल गोयल पंकज गोयल एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे।