करनाल/कीर्ति कथूरिया : आज श्री रामायण पाठक सभा द्वारा रामलीला के मंचन में विश्वामित्र जी और ऋषि मुनि राक्षसों के द्वारा अत्यधिक उत्पाद से परेशान होने पर विश्वामित्र जी राजा दशरथ जी के पास गए उन्होंने ऋषि मुनियों के उद्धार के लिए राम को मांगा राजा दशरथ ने विश्वामित्र जी को राम और लक्ष्मण सौंप दिए रास्ते में श्री राम ने ताड़का का वध किया और ऋषि विश्वामित्र जी के आश्रम में पहुंचे।
आश्रम पहुंचने पर श्री विश्वामित्र जी ने रामचंद्र जी को दिव्यास्त्र प्रदान किया उसके बाद श्री राम प्रभु ने मारीच और सुमाहूं का वध किया पाक पक्ष मिथिला जाते वक्त भगवान श्री राम ने अहिल्या का उद्धार किया और राजा जनक के दरबार में पहुंच गए।
सीता स्वयंवर में प्रभु श्री राम ने शिव धनुष तोड़कर सीता जी से विवाह किया और परशुराम जी के अभियान को तोड़ा।
श्री रामायण पाठक सभा के चेयरमैन नरेश गुप्ता ने बताया कि आज मुख्य राम सेवक श्री अशोक गोयल ने शिव परिवार की आरती उतारी और रामलीला की शुरुआत की कल राम बनवास का मंचन दिखाया जाएगा ।
प्रभात गुप्ता मनोज गोयल योगेश गोयल रामकिशन गुप्ता विनोद गर्ग रविन्द्र बंसल मोहन लाल सुनील सिंगला सैनी आदि उपस्थित रहे।