करनाल/कीर्ति कथूरिया : आज पर्यावरण संरक्षण समिति पंजीकृत करनाल की कार्यकारिणी की एक विशेष मीटिंग बुलाई गई। यह मीटिंग सैक्टर-13 आर्य समाज मंदिर के प्रांगण में रखी गई। समिति अध्यक्ष एस.डी. अरोड़ा ने मुख्य विषय पेड़-पौधे लगाने बारे सभा में रखा।
उन्होंने कहा कि सभी कहते हैं कि पेड़-पौधे लगाए जाएं। अध्यक्ष महोदय ने बताया कि पेड़-पौधे क्यों लगाए जाए और इनके क्या-क्या फायदे हैं। गहन चर्चा के बाद कार्यकारिणी द्वारा पेड़-पौधे लगाने के फायदे बताए गए जो इस प्रकार हैं :
1. अध्यक्ष महोदय ने बताया कि पेड़ पौधे वायुमण्डल से कार्बन डाईऑक्साइड सोख लेते हैं और उसके बदले में हमें ऑक्सीजन सृजन करके देते हैं।
2. पेड़-पौधे प्रकृति के देवता हैं जैसे पीपल में विष्णु का वास बताया गया है। गीता में बताया गया है कि वट वृक्ष संसार का स्वरूप है और इसमें ब्रह्मा का वास है। तुलसी का माता के रूप में पूजन होता है।
3. पेड़-पौधे हमें हरियाली और छाया देते हैं। पेड़-पौधे पशु पक्षियों को शरण देते हैं।
4. पेड़-पौधे से हमें फल और फूल मिलते हैं।
5. पेड़-पौधों से हमारे रोजमर्रा प्रयोग में आने वाले फर्नीचर, कुर्सियां, पलंग, सोफे आदि बनते हैं।
6. पेड़-पौधों से इमारती लकड़ी, गाडिय़ों एवं वाहनों की बाड़ी बनती है।
7. आयुर्वेद में बताया गया है कि पेड़-पौधों से ही दवाईयां बनती है।
जैसे सिहांजना/मोरिंगा में दूध दही से ज्यादा विटामिन होते है। इसमें कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है। जामुन शूगर के लिए लाभकारी होता है। अमलताश पेट को ठीक रखता है और कब्ज को ठीक करता है। यहां तक कि कीकर के पेड़ की फलियों का चूर्ण घुटनों के दर्द को ठीक करता है।
उन्होंने बताया कि पेड़-पौधे लगाने के अनेकों फायदे हैं इसलिए ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाने चाहिए।
इस अवसर पर समिति चीफ पैटर्न कंवल भसीन, प्रधान एस.डी. अरोड़ा, वरिष्ठ उपप्रधान राम रतन अत्री, अनिल कुमार अरोड़ा कोर्डिनेटर, अंजु शर्मा, डॉ. पुष्पा सिन्हा, ईश्वर छाबड़ा, अंकित धनलक्ष्मी उपस्थित रहे।