November 18, 2024

करनाल/कीर्ति कथूरिया : महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी राजबाला की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान जिला में 30 सितंबर तक महिलाओं व बच्चों को संतुलित पोषाहार के लिए प्रेरित करने को लेकर होने वाली गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की गई।

उन्होंने बताया कि छठें राष्ट्रीय पोषण माह को लेकर विभाग द्वारा एक्टिविटी कैलण्डर तैयार किया गया है। जिसके तहत अलग-अलग दिनों में विभिन्न विभाग जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, आयुष द्वारा महिलाओं व बच्चों को संतुलित आहार लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि वे स्वस्थ रह सकें।

उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे अपने-अपने विभाग से संबंधित गतिविधियों के फोटोग्राफ व वेबसाईट www.poshanabhiyaan.gov.in पर अपलोड करते रहें। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह का थीम ‘सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत’ रखा गया है।

उन्होंने बताया कि पोषण माह के तहत जिला के सभी खंडों में महिलाओं व बच्चों को सही पोषण देने संबंधी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। पोषण माह कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्लम बस्तियों, स्कूलों में, आंगनबाडी सैंटर और लघु सचिवालय में स्थित विभागों के कर्मचारियों के एचबी टेस्ट किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों का हैल्थ चैकअप किया जाएगा तथा शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों की पोस्टर मेकिंग व निबंध लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाएंगी।

ग्राम पंचायत के सहयोग से स्वास्थ्य, सैनिटेशन तथा न्यूट्रिशन डे के रूप में मनाए जाएंगे और ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि पोषण माह के तहत-जिला, ब्लॉक व आंगनबाडी सैंटरों पर बच्चों के पोषण पर आधारित महिला गोष्ठी का और माताओं की उनकी जरूरत के अनुसार परामर्श दिया जाएगा।

इसके अलावा, व्यंजनों की रेसिपी प्रतियोगिता, लोकल भोजन को प्रमोट करने के लिए महिलाओं की पोषक थाली की प्रतियोगिता करवाई जाएगी और प्रत्येक गांव में से जीतने वाली तीन महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला, ब्लॉक और आंगनबाडी सैंटरों पर अमृत वाटिका (पोषण वाटिका) और प्लांटेशन ड्राइव, किचन गार्डन, सरकारी स्कूलों, पीएचसी, सीएचसी और पंचायती भूमि पर प्लांटेशन ड्राइव के अंतर्गत पौधारोपण किया जा रहा है।

शहरी क्षेत्र में घर के पीछे खाली जगह, रूफ टाप किचन गार्डन पर भी पौधे लगाने के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसी प्रकार, मोटे अनाज के प्रयोग को बढ़ावा देने के बारे में जिला, ब्लॉक और आंगनबाडी सैंटरों पर संबंधित विभागों द्वारा जागरूक अभियान चलाया जाएगा।

बैठक में पोषण माह की जिला कार्डिनेटर अंजू ने बताया कि छ: वर्ष से कम आयु के बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान करवाने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए कार्य किए जाएंगे। इस वर्ष सरकार ने 6वें राष्ट्रीय पोषण माह के माध्यम से देश की महिलाओं के स्वास्थ्य एवं बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए ग्राम पंचायतों को पोषण पंचायतों के तौर पर शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

इसके साथ ही इस लक्ष्य को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर तक कार्यक्रमों की श्रृंखला भी तैयार की गई है। इन श्रृंखलाओं के तहत पंचायत स्तर पर स्थानीय आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यकर्ताओं द्वारा अलग अलग तरह के जागरूकता कार्यक्रम भी संचालित किए जाएंगे। बैठक में राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान बनाए जाने वाली रैसेपी को भी प्रदर्शित किया गया।

अधिकारियों व कर्मचारियों को दिलाई शपथ।
महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी राजबाला ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को शपथ दिलाई। इसमें कहा गया कि राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान मैं हर घर तक सही पोषण का सन्देश पहुंचाऊंगा/ पहुँचाउंगी सही पोषण का अर्थ, पौष्टिक आहार, साफ पानी और सही प्रथाएं। मैं पोषण अभियान को एक देश व्यापी जन आंदोलन बनाऊंगा हर घर, हर विद्यालय, हर गांव, हर शहर में सही पोषण की गूँज उठेगी। इस जन आंदोलन से मेरे भारतीय भाई और बहन और सब बच्चे स्वस्थ होंगे और पूरी क्षमता प्राप्त करेंगे। यह मेरी प्रतिज्ञा है!

सही पोषण देश रोशन।
इस अवसर पर डीडीपीओ राजबीर खुंडिया, आयुष विभाग से डॉ. सोनिया, स्वास्थ्य विभाग से डॉ. शिवांगी, विकास गुप्ता, छतर पाल, डॉ. लविश, डॉ. केशव वधवा, सीडीपीओ डॉ. राजबाला, सीडीपीओ मीना रतन, सीडीपीओ कमलेश सुहाग, सीडीपीओ संतोष, पारूल शर्मा मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.