“और चंद्रयान-3 चंद्रमा पर लैंड हो गया, यह देशवासियों और इसरो की पूरी टीम की सफलता है…” ये शब्द आरुषि सेठ के हैं। जब आरुषि ने यह खबर साझा की, तो न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में रह रहे भारतीयों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। आरुषि सेठ इसरो में अंतरिक्ष वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत हैं और वह चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर कंट्रोल यूनिट की प्रमुख टीम की सदस्य हैं।
आरुषी सेठ, जो इसरो में अंतरिक्ष वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत हैं, ने चंद्रयान-3 मिशन में विक्रम लैंडर कंट्रोल यूनिट की जिम्मेदारी संभाली। उनकी आवाज में देश ने सुना कि चंद्रयान-3 ने चंद्रमा पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की है।
आरुषी का अंबाला से संबंध
आरुषी सेठ का अंबाला से गहरा संबंध है। उनकी शादी अंबाला के सिद्धार्थ शर्मा से हुई है, जिनका पैतृक गांव थंबड़ है। आरुषी और सिद्धार्थ दोनों ने इंडियन इंस्टीट्यूट आफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईआईएसटी) से अध्ययन किया।
आरुषी और सिद्धार्थ: अंतरिक्ष में यात्रा
आरुषी और सिद्धार्थ की मुलाकात आईआईएसटी में हुई थी, जहां वे दोनों पढ़ाई कर रहे थे। इस मुलाकात के बाद उन्होंने शादी करने का निर्णय लिया। आज वे बंगलूरु में रहते हैं और अक्सर अंबाला जाते हैं।
आरुषी की प्रेरणादायक जीवनी
आरुषी के पिता अजय कुमार सेना में नेत्र चिकित्सक थे और मां डॉ. संगीता स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। आरुषी ने अपनी प्रतिभा और संघर्ष से अंतरिक्ष विज्ञान में अपनी पहचान बनाई है।