करनाल/कीर्ति कथूरिया : करनाल के सर्वश्रेष्ठ विद्यालय आर.पी.एस. इंटरनेशनल स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन बहुत धूमधाम से किया गया | कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय की प्रबंधक समिति अध्यक्षा डॉ॰ पवित्र राव , सीईओ मनीष राव और प्रधानाचार्या रूपा गोसाईं के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए किया गया |
इस कार्यक्रम में राम कुमार कश्यप एमएलए इंद्री का मुख्यातिथि के तौर पर स्वागत किया गया | विद्यालय की प्रधानाचार्या ने पुष्पगुच्छ देकर मुख्यातिथि का स्वागत किया| इस अवसर पर विद्यालय में विद्यार्थी भी मौजूद रहे | कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम मुख्यातिथि राम कुमार कश्यप के द्वारा ध्वजारोहण करके की गई तथा दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वंदना की गई |
इसके पश्चात विद्यालय में रंगारंग कार्यक्रम की शुरुआत की गई तथा अंतर आरपीएस विद्यालय समूह नृत्य प्रतियोगिता एवं शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । सभी विद्यार्थियों ने प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर भाग लिया तथा समूह नृत्य में भारत के विभिन्न प्रांतों के नृत्य प्रस्तुत किए गए।नृत्य प्रतियोगिता की निर्णायक समिति में डॉ ललित मित्तल, रीति तनेजा तथा विशाल शर्मा शामिल रहे नौवीं तथा दसवीं समूह नृत्य प्रतियोगिता में आरपीएस रोहतक की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया आरपीएस करनाल की टीम द्वितीय तथा आरपीएस महेंद्रगढ़ की टीम तृतीय रहीं।
आरपीएस विद्यालय करनाल ने 11वीं तथा 12वीं समूह नृत्य प्रतियोगिता मे कथक नृत्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया ।आरपीएस महेंद्रगढ़ द्वितीय स्थान पर तथा आरपीएस हांसी तृतीय स्थान पर रहा। वहीं दूसरी ओर शतरंज प्रतियोगिता की निर्णायक समिति में लक्ष्य तथा उनकी सहायक टीम मौजूद रही।छात्राओं के समूह में आरपीएस कनीना प्रथम स्थान पर, आरपीएस महेंद्रगढ़ द्वितीय स्थान पर तथा आरपीएस रोहतक तृतीय स्थान पर रहा।
छात्रों के समूह में आरपीएस बहरोर प्रथम ,आरपीएस हांसी द्वितीय तथा आरपीएस रोहतक ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कुल मिलाकर शतरंज में प्रथम स्थान रोहतक ने तथा द्वितीय स्थान महेंद्रगढ़ ने प्राप्त किया।
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार छात्राओं में आरपीएस विद्यालय कनीना की छात्रा दीक्षिता ने तथा छात्रों में आरुष आरपीएस विद्यालय बहरोर ने प्राप्त किया विद्यालय की प्रधानाचार्य रूपा गोसाई ने मुख्यातिथि एवं वहाँ उपस्थित सभी विद्यार्थियों स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी तथा विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी तथा आभार प्रदर्शित करते हुए कहा कि प्रतियोगिताओं में हार जीत का महत्व नहीं है।
वरन महत्व इस बात का है कि इसके माध्यम से छात्र स्वयं का आकलन कर पाते हैं कि वह विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए कितने तैयार हैं और कहा कि अपनी खुशी में तो सभी खुश होते हैं परंतु जब दूसरों की खुशी में खुश हुआ जाता है तो वह असली खुशी है तथा उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को निखारने में एक अध्यापक की हम भूमिका होती है किसी भी प्रतिभाशाली विद्यार्थी में अपने अध्यापक की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई देती है जितने भी प्रतिभागी यहां आए हैं सभी ने एक से बढ़कर एक प्रदर्शन किया है और उस प्रदर्शन के पीछे अध्यापकों ने जान से मेहनत की है।
जब तक परिणाम सारणीबद्ध हो रहे थे तब विद्यालय की प्रधानाचार्य ने अनौपचारिक ढंग से वहां पर उपस्थित सभी अतिथि दर्शकों ,विद्यार्थीगण तथा अध्यापकगण के साथ तालमेल बिठाया जिसमें आने वाले सभी स्कूलों ने चुटकुले ,गाने तथा नृत्य की प्रस्तुति दी यह एक बहुत ही सुखद बातचीत रही जिसकी स्मृतियां सदा संजोकर रखी जाएंगी तथा प्रधानाचार्य ने बताया कि किस प्रकार आरपीएस विद्यालय केवल शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं अपितु सांस्कृतिक एवं खेलकूद के क्षेत्र में भी देश में अग्रणी शिक्षण संस्थान है उन्होंने कहा आज हम सब एक परिवार की तरह यहाँ एकत्रित हुए है |
आरपीएस विद्यालय एकमात्र ऐसा स्थान है जहां पर विद्यार्थियों के अंदर छिपी हुई प्रतिभाओं को उभारा जाता है तथा उन्हें निखारा जाता है और कहा की ग्रुप ऑफ़ आरपीएस स्कूल में होने वाली प्रतियोगिताएं केवल प्रतियोगिताएं ही नहीं है यह विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान देती है यह बच्चे की सांस्कृतिक खेलकूद, नेतृत्व, मेलजोल एवं सहयोग की भावना को बढ़ावा देती है तथा इस प्रकार विद्यार्थियों के जीवन में नैतिक मूल्यों तथा संस्कारों का समावेश करवाया गया। इस तरह अपने शब्दों को विराम देते हुए उन्होंने सभी अध्यापकगण विद्यार्थियों एवं वहां उपस्थित सभी अभिभावकों का धन्यवाद किया।