करनाल/कीर्ति कथूरिया : हरियाणा के दिव्यांगजन आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने शनिवार को करनाल के जिला परिषद सभागार में दिव्यांगजनों के लिए खुला दरबार लगाकर उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने संबंधित विभागों को दिव्यांगजनों की समस्याओं का समाधान करने के लिए भी कहा।
इस दौरान उन्होंने सभी सरकारी विभागों को निर्देश दिए कि विभाग अपने यहां दिव्यांगजनों की भर्ती और उनकी पदोन्नति को लेकर रोस्टर रजिस्टर को तैयार करें और उसे अपडेट भी करें। उन्होंने अलग-अलग विभागों को दिव्यांगजनों के लिए दिए जाने वाले आरक्षण के लाभ को समय पर देने के निर्देश भी दिए।
दिव्यांगजन आयुक्त ने हरियाणा रोडवेज विभाग को निर्देश दिए कि रोडवेज की बसों में सीट नंबर-3 दिव्यांगजनों के लिए आरक्षित होती है। इस सीट पर लिखा जाना चाहिए कि यह दिव्यांग के लिए आरक्षित है। इसके अतिरिक्त बसों में चढऩे के लिए हैंडल भी होने चाहिए ताकि दिव्यांग को बस में चढ़ते वक्त किसी तरह की दिक्कत न हो।
आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने कहा कि दिव्यांगता पर किसी का बस नहीं है लेकिन हमें दिव्यांगजनों को समान अधिकार देने चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुत से सार्वजनिक संस्थान से जुड़ी बिल्डिंगों में दिव्यांगजनों के लिए कोई रैंप नहीं बनाया जाता। यह बिल्कुल गलत है।
दिव्यांगजनों के लिए रैंप बनाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के राज में हरियाणा सरकार ने दिव्यांगजनों को अनेक लाभ दिए हैं। आज पूरे देश में जितनी पेंशन दिव्यांगजनों को हरियाणा में मिल रही है, उतनी किसी भी राज्य में नहीं मिल रही है।
इस बैठक के दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढिलौड़, डीएसपी नायब सिंह, शिक्षा विभाग से सुरिंद्र कौर, डीपीओ राजबाला व अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।