करनाल/ कीर्ति कथूरिया : सेक्टर-8 स्थित महाराणा प्रताप भवन में प्रदेश स्तरीय राजपूत महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेशभर के राजपूत समाज के जिलाध्यक्षों और प्रबुद्ध लोगों समेत काफी संख्या में युवाओं ने भाग लिया। फैसला लिया गया 10 सितंबर को कैथल में राजपूत महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा जिसमें देशभर के राजपूत शामिल होंगे और 2024 की रणनीति तैयार की जाएगी, इसके साथ-साथ तीन अलग अलग कमेटियां भी समाज की तरफ से बनाई गई है।
बता दें कि कैथल में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर जातिसूचक शब्द लिखे जाने पर जो प्रदर्शन किया गया था जिसके परिणामस्वरूप लाठीचार्ज किया गया था, इसके विरोध में 30 जुलाई को यह महापंचायत करनाल में रखी गई थी। करनाल राजपूत सभा के संरक्षक कर्नल देवेंद्र सिंह वीर चक्र, प्रधान डॉक्टर नरेंद्र प्रताप सिंह ने महापंचायत की कमान संभाली तथा महासचिव बृजपाल राणा ने मंच संचालन किया। राजपूत सभा का पंडाल खचाखच भरा होने के चलते बाहर भी सड़कों पर काफी संख्या में लोग दिखाई दिए जिनके चेहरे पर सरकार के खिलाफ गुस्सा नजर आ रहा था।
कर्नल देवेंद्र सिंह वीर चक्र जिलाध्यक्ष डॉक्टर नरेंद्र प्रताप सिंह ने ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि प्रदेश भर के जिला अध्यक्षों व समाज के प्रबुद्ध लोगों से विचार विमर्श कर फैसला लिया गया कि 10 सितंबर को कैथल में राजपूत महाकुंभ आयोजित किया जाएगा जिसमें आगामी आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी और 2024 के चुनाव का फैसला लिया जाएगा। इसके साथ साथ तीन कमेटिया गठित की गई ,जिसमें सामाजिक कमेटी बनाई गई है जो आंदोलन की रूपरेखा तय करेगी यदि दोनों पक्षों के लोग बातचीत करेंगे तो यह कमेटी शामिल होगी। पूरे हरियाणा के प्रमुख लोग इस कमेटी में शामिल किए गए हैं।
वही ऐतिहासिक कमेटी का भी गठन किया गया है सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर जातिसूचक शब्द लिखे जाने का जो केस हाईकोर्ट में है उसके तथ्य जुटाने का काम यह कमेटी करेगी। जिसमें इतिहासकार भी शामिल हैं। तीसरी कमेटी लीगल कमेटी है जिसमें राजकुमार चौहान की अध्यक्षता में हाई कोर्ट के पांच वकीलों का ग्रुप बनाया गया है जो कानूनी रूप से इस केस को देखेगी। इसी के साथ-साथ यह भी रणनीति बनाई गई है की सत्ताधारी दल भाजपा के नेताओं का विरोध भी जारी रहेगा।
उन्होंने बताया कि पिछले दिनों इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बातचीत हुई थी लेकिन सरकार ने अभी तक इस मुद्दे का हल निकालने की कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जिससे समाज के लोगों में रोष है और खासकर युवाओं में काफी गुस्सा है। जो भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी समाज के साथ खड़े हैं उनका विरोध नहीं होगा और जो समाज के साथ नहीं है उसका बहिष्कार किया जाएगा।
महेन्द्र सिंह तंवर, शेर सिंह राणा, राजस्थान से आए राजेंद्र सिंह नरूका, ठाकुर पूरन सिंह, कान्हा राणा, राजकुमार चौहान, तिलक राज गुरुग्राम, मदन सिंह परमार, देवेंद्र सिंह, सुरेंद्र परमार गुरदीप बीजना, जय प्रकाश भाटी, शेर सिंह, सहित दर्जनों समाज के लोगों ने महापंचायत को संबोधित किया।
इस अवसर पर मनजीत सिंह पंचकूला, यशपाल सिंह, सतपाल चौहान अंबाला, विनोद राणा थंबड,मोहन सिंह कुरुक्षेत्र , रामवीर सिंह, जंग शेर सिंह यमुनानगर, यशपाल सिंह पानीपत, जगदीप परमार रोहतक, सरजीत चौहान सोनीपत, ठाकुर विक्रम सिंह भिवानी, अजीत सिंह भिवानी, फगन सिंह फतेहाबाद, पुष्पेंद्र सिंह फतेहाबाद, रविंद्र सिंह सरपंच सिरसा, नरेंद्र सिंह मुआना,एनएस शेखावत फरीदाबाद, राजेश रावत फरीदाबाद, हरेंद्र पाल सिंह पलवल, सांवत सिंह हिसार, तिलक राज चौहान गुरुग्राम, नरेश चौहान रेवाड़ी, मदन सिंह चरखीदादरी, हंसराज सिंह बौंद कला, राजकुमार शेखावत, विनोद पाली महेंद्रगढ़, प्रमोद राणा राजोद, प्रमोद राणा राजोद, जयप्रकाश भाटी फरीदाबाद, नीरज पानीपत, ऋषिपाल शास्त्री,तेजपाल बीजना, कुलदीप उचाना, अजमेर सिंह कोषाध्यक्ष, प्रवीण चौहान, रामपाल सिंह, कंवरपाल सिंह, मान सिंह एडवोकेट, बिशपाल राणा, दीपक मैनेजर गौरव राणा सहित काफी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे।