करनाल/कीर्ति कथूरिया : हरियाणा सरकार के विभिन्न विभागों में काम करने वाले लिपिक पिछले आठ दिनों से हड़ताल पर हैं। सभी जिला मुख्यालयों में धरना दिया जा रहा है। करनाल में यह धरना जिला सचिवालय के सामने जारी है। हड़ताल से जनता को परेशानी हो रही है, इसके बावजूद सरकार लिपिकों से बातचीत कर समाधान करने का प्रयास नहीं कर रही। क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी के बैनर तले लिपिक आंदोलनरत हैं। बेसिक वेतन 35 हजार 400 रुपए करने की मांग को प्रमुख तौर पर उठाया जा रहा है।
सोसाइटी के करनाल जिला प्रधान प्रदीप प्रजापति ने कहा कि एसोसिएशन की प्रदेश सरकार से सिर्फ एक ही मांग है कि लिपिकीय वर्ग की कार्य व योग्यता के आधार पर न्यूनतम वेतन 19 हजार 900 रुपए से बढ़ाकर 35 हजार रुपए 400 रुपए किया जाए। पिछले तीन वर्षों से चल रहे संघर्ष व प्रदर्शन के बावजूद प्रदेश सरकार लिपिकीय वर्ग की एकमात्र जायज मांग को पूरा नहीं कर रही। हड़ताल तब तक जारी रखी जाएगी जब तक सरकार मांग को लागू नहीं कर देती।
क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के महासचिव परमजीत सिंह ने कहा कि जब से हरियाणा प्रदेश का गठन हुआ है तब से प्रदेश सरकार ने समय-समय पर विभिन्न पदो जैसे अध्यापक, फार्मासिस्ट, एम.पी.एच.डब्लू., जी.एन.एम, नर्सिग स्टाफ, जूनियर इंजीनियर एवं अन्य पदों के कार्यों की समीक्षा के उपरान्त या अन्य किसी दूसरे कारणों से उनके वेतनमान में सम्मानजनक वृद्धि की गई। लिपिकीय वर्ग के वेतनमान को अन्य पदो की तुलना में अपग्रेड नहीं किया गया। उल्लेखनीय है कि कई राजनीतिक, साामजिक और कर्मचारी संगठनों का समर्थन भी लिपिकों को मिल रहा है।
इस अवसर पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से कमलकांत, यशपाल, विरेन्द्र, अजय, निर्मल, राकेश, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज से राजेश डाबरा, धर्मपाल सरोहा, उपायुक्त कार्यालय से कुलदीप सिंह, लाभ सिंह, संजय कुमार, हरियाणा रोडवेज से रवि कुमार, संदीप, प्रदीप, अक्षय, शिक्षा विभाग से कृति देवी, मुकेश, मिनाक्षी, खजाना कार्यालय से प्रीति व मोहित आदि मौजूद रहे।