करनाल/कीर्ति कथूरिया : सामाजिक चिकित्सक महासंघ ने हरियाणा के मेडिकल प्रेक्टिनशलस को प्राथमिक उपचार देने की अनुमति प्रदान करने की मांग को लेकर सीएम सिटी में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। सरकार द्वारा बार-बार गुमराह किए जाने से चिकित्सकों में रोष है। सीएम फ्लाइंग द्वारा छापेमारी कर चिकित्सकों को गिरफ्तार किए जाने पर भी महासंघ ने आपत्ति जाहिर की है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सुभाष सैनी ने कहा कि 2004 से पारित स्वास्थ्य देखरेख कर्मकार विधेयक में संशोधन करके प्रदेश के सभी चिकित्सकों को बिना भेदभाव के प्राथमिक उपचार करने की अनमुति दी जाए। चिकित्सकों पर जो मुकदमे दर्ज हुए हैं उन्हें वापस लिया जाए। सीएम विंडो में आने वाली फर्जी शिकायतों को आधार बनाकर चिकित्सकों पर कार्रवाई करना अन्याय है। मामले की जांच करते समय चिकित्सक को भी नोटिस देकर उसका पक्ष सुना जाए।
प्रदेश अध्यक्ष डा. सुरेश शर्मा ने कहा कि प्रदेशभर में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा जनता के लिए चिकित्सा की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में मेडिकल प्रेक्टिनशलस घर-घर जाकर बिना फीस लिए लोगों को प्राथमिक उपचार देते हैं। इसके बावजूद सरकार उनकी अनदेखी कर रही है। महासंघ ने बड़े-बड़े अस्पतालों में बिना डिप्लोमा के कार्य कर रहे लोगों पर रोक लगाने की मांग भी की है।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष डा. श्रीचंद तंवर, डा. रामफल, डा. राज पोदिया, डा. रघुबीर, डा. रामदास, डा. विषणोदेव मेहता, डा. रिषीपाल, डा. मुकेश अंबानी, डा. ईश्वर, डा. कंवल, डा. राजेंद्र, डा. बलविंद्र, डा. सोहन शर्मा, डा. प्रदीप पाल, डा. रामपाल ढांडा, डा. कुलविंद्र व डा. अंसारी आदि मौजूद रहे।