करनाल /कीर्ति कथूरिया : राजपूत सभा करनाल की ओर से महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान, विग्रहराज चौहान तथा वीर छत्रसाल बुंदेला की जयंती धूमधाम से मनाई गई। महापुरुषों की जयंती के अवसर पर रक्तदान शिविर आयोजित किया गया, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया तथा निशुल्क रक्त जांच शिविर मॉडर्न डायग्नोस्टिक लैब की तरफ से लगाया गया।
जिसमें शुगर, कोलेस्ट्रॉल तथा बीपी सहित विभिन्न जांच की गई। इस कार्यक्रम से पूर्व महाराणा प्रताप चौक पर पहुंचे समाज के लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम पूरी तरह से सामाजिक रहा। जिसकी अध्यक्षता सभा के संरक्षक कर्नल देवेंद्र सिंह वीर चक्र तथा प्रधान डाक्टर एनपी सिंह ने की और विचार रखे।
महापुरुषों के जीवन पर भाजपा के जिलाध्यक्ष योगेंद्र राणा, जिला परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि सोहन सिंह राणा, हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान, पूर्व विधायक रेखा राणा, इनेलो जिलाध्यक्ष यशवीर राणा कुक्कू, यशपाल अलावला, अनिल राणा तथा सुभाष शर्मा प्रधान सारस्वत ब्राह्मण सभा ने मंच से संबोधित किया। प्रमुख लोगों ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि राजपूतों का इतिहास प्राचीन काल से ही गौरवशाली रहा है जिसका इतिहास भी साक्षी है।
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप, सम्राट पृथ्वीराज चौहान, विग्रहराज चौहान तथा वीर छत्रसाल बुंदेला ऐसे नाम हैं जिनका नाम इतिहास में अमर है। इन वीर योद्धाओं ने अपने राज्य में आक्रमणकारियों को टिकने नहीं दिया और ताउम्र संघर्ष करते हुए अपने राज्य और देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उनकी जयंती पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने से युवा पीढ़ी को अपने महापुरुषों के गौरवशाली इतिहास और संघर्षमय जीवन को जानने का मौका मिलता है।
महाराणा प्रताप और अकबर के बीच हुए हल्दीघाटी युद्ध के बारे में कहा की महाराणा कभी हारे नहीं और अकबर कभी उनसे जीता नहीं। महाराणा प्रताप सहित सभी महापुरुषों ने केवल एक जाति के लिए नहीं अपितु अपने राज्य की 36 बिरादरी के लिए जीवन और सम्मान की रक्षा करते हुए अपने प्राण बलिदान किए हैं इसलिए सभी को मिलजुल कर ऐसे महापुरुषों की जयंती को मनाते रहना चाहिए। ईश्वर शर्मा, हेमंत शर्मा, विशाखा चौहान तथा जीत सिंह ने अपने ओजस्वी गीतों के माध्यम से महापुरुषों के जीवन पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य गुरदीप बीजना, सतीश राणा कैरवाली, नरेंद्र राणा ददलाना, बृजपाल राणा एडवोकेट, दुष्यंत राणा उपलाना, ओमवीर राणा अलावला, तेजपाल राणा, विक्रम पधाना, कुंवर अमित सिंह ,रामपाल राणा, दीपक राणा , मान सिंह राणा, कुलदीप पवार, अजमेर सिंह पवार, बिशपाल राणा, भूपेंद्र सिंह एडवोकेट, चरण सिंह पूर्व सरपंच,दिलीप राणा, कंवरपाल राणा, महेंद्र राणा बीघाना, बलजीत राणा, सपर्टर सिंह नंबरदार, कुलदीप उचाना नंबरदार, राहुल राणा, कैप्टन राजेंद्र सिंह, नरेश पधाना, कवर पाल पढ़ाना, राजवीर राणा, मोहर सिंह राणा, मास्टर पवन राणा, शेखर राणा बड़ागांव, भूप सिंह, कृष्ण राघव, बीर सिंह, मनजीत पटवारी, गौरव राणा, सुरेंद्र राणा, जय भगवान सरपंच, प्रवीण सरपंच, शीशपाल चौहान, मास्टर केहर सिंह, मेहर सिंह अमृतपुर ,राजेंद्र ऊंचा समाना, प्रदीप पदाना, तेजपाल पुंडीर सहित काफी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे।