करनाल/कीर्ति कथूरिया : प्रसिद्ध योग गुरु दिनेश गुलाटी ने मेरा मिशन स्वस्थ भारत का विदेश तक प्रसार करते हुए इंडोनेशिया के बाली के बाद जकार्ता शहर में योग की मचाई धूम।जकार्ता में वहां के मूल नागरिकों और पर्यटकों को योग का महत्व समझाया। अपने मिशन के अनुरूप योग को न केवल भारत तक, अपितु दूसरे देश में पहुंचने में वे लगातार प्रयासरत हैं।
वहां के निवासियों ने उत्साहपूर्वक और जोश के साथ दिनेश गुलाटी के साथ योग सत्र का आनंद लिया और विदेशों में भी भारतीय योग को काफी पसंद किया । दिनेश गुलाटी ने कहा कि योग भारत की प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार है। आज विश्व में भारतीय योग का दबदबा बढ़ रहा है और विदेशी भी योग की तरह तरफ आकर्षित हो रहे हैं।
भारत के साथ-साथ विदेशों में भी शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए योग की जरूरत महसूस की जाने लगी है। आधुनिक जीवन शैली में उपजे तनाव और घातक रोगों ने जीवन को काफी बदल दिया है, इसलिए योग का महत्व वैश्विक स्तर पर काफी हद तक बढ़ चुका है। प्राणायाम और ध्यान के दौरान बताया कि जीवन में ध्यान का बहुत अधिक महत्व है।
तन, मन और आत्मा के बीच में आत्मिक संबंध बनाता है और उससे बल प्रदान करता है। ध्यान से विकारों का शमन होता है और नकारात्मक मनोभाव से मुक्ति मिलती है। हमारे मन में एक साथ कई विचार चलते रहते हैं मन में दौड़ते विचारों से मस्तिष्क में मानसिक अशांति पैदा होती है।योग अनावश्यक विचारों को मन से निकालकर और सात्विक विचारों से परिपूर्ण करता है। विदेशियों ने एकाग्रता पूर्वक ध्यान की विधि और महत्व को समझा।