करनाल/कीर्ति कथूरिया : उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर ज्यादातर किसान अनपढ़ होने के कारण सीएससी सेंटरों पर अपनी जमीन पर बोई हुई फसल को खराबा दर्ज करवाने जाते है, तो काफी किसानों की जमीन अन्य किसी व्यक्ति द्वारा या तो अपने मोबाईल फोन से या किसी सीएससी सेंटर से अपने नाम चढ़वाकर अपना खाता नम्बर व मोबाईल नम्बर का इन्द्राज किया होना पाया जाता है।
ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर किसानों के साथ हो रही धोखाधड़ी के लिए संबंधित किसान अपनी शिकायत संबंधित एसडीएम/ तहसीलदार कार्यालय में दर्ज करवाएं ताकि पात्र किसान को सरकार की ओर से दिए जा रहे मुआवजा का लाभ मिल सके।