करनाल/समृद्धि पाराशर: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेक्टर सात सेवा केंद्र की ओर से श्रीमद्भागवत गीता द्वारा जीवन की सर्व समस्याओं का समाधान विषय पर महासम्मेलन का आयोजन सेवा केंद्र के सामने पार्क में किया जा रहा है।
ब्रह्माकुमारीज की प्रमुख वक्ता राजयोगिनी, तपस्विनी, बाल ब्रह्मणचारिणी वीना दीदी जी सिरसी कर्नाटक ने कहा कि अगर आत्मज्ञान को आत्मसात किया जाता है तो हरेक में दिव्यता देखने का नजरिया आ जाता है।
कमजोरी देखने की आदत छूट जाती है वरना रिलेशनशिप में चालीस वर्ष इक्टठे बिताने पर भी एक दूसरे की हजारों कमियां गिना देते हैं पर एक भी अच्छाई नहीं बता पाते।
एक-दूसरे की कमजोरियां देखने के कारण, ईगो के कारण आजकल परिवार टूट रहे हैं। गीता हमें अपने अंदर को देखने की ताकत प्रदान करती है। जब हम अपने अंदर को देखते और परमात्मा को एक प्रकाश रूप मानते हैं, समझते हैं तो हम अंदर से हल्के भी होते जाते हैं।
परमात्मा पर हमारा विश्वास बढ़ता जाता है फिर जीवन सहज और सुंदर लगता है। बोझ अनुभव नहीं होता।
मुख्य अतिथि निफा चेयरमैन प्रितपाल सिंह पन्नु ने कहा कि गीता का संदेश यही कहता है कि कर्म कर फल की इच्छा मत कर, लेकिन व्यक्ति का ध्यान हमेशा कर्म के फल पर रहता है तभी वो दुखी होता है।
कार्यक्रम की अध्यक्ष डा. प्रभजोत कौर ने कहा कि आज व्यक्ति मुस्कुराना भूल गया है, हंसना मुस्कुराना यह सबसे बड़ी दवाई है जो हमारे तन और मन को स्वस्थ रखती है।
उन्होंने कहा कि हमारे सारे समाज को रोशनी, ऊर्जा, खुशियां, मार्गदर्शन और एक परफेक्ट जीवन जीने के लिए आनंद और उल्लास चाहिए। इस चीज को हम अपने समाज में क्षीण पा रहे हैं।
हैप्पीनेस इज दी हाईस्ट फोरम ऑफ मेडीसिन और वो लाइट, प्रकाश है परमात्मा जो दुनिया के किसी भी अंधेरे कोने में उजाला कर सकता है।
इस मौके पर कुमारी रीतिक, मन्नत, सारिका, काजल व संजना से अपने नृत्य की प्रस्तुति से सबको भाव विभोर कर दिया। एनएल वर्मा तथा गगन गोयल के सुमधुर गीतों ने वातावरण को परमात्मामय कर दिया। सेवा केंद्र की संचालिका प्रेम दीदी ने निफा चेयरमैन प्रितपाल सिंह पन्नु व डा. प्रभजोत कौर का सम्मान बैज, बुक्के व शॉल पहनाकर व श्रीमद्भागवत गीता की पुस्तक देकर किया।
इस अवसर पर सुरेश खन्ना, शशिपाल मेहता, डा. शाम वधवा, डा. विनोद कालरा, हरमिंद्र सिंह, जयदीप तुली, संदीप लाठर, देवी बंसल, एसके गोयल, एनडी गोयल, आरके राणा, डा. सरिता ठाकुर, जेआर कालरा, हरिकृष्ण नारंग, सुरिंद्र नारंग, शाम तुली, सुरेश अग्रवाल, ऋषिराज शर्मा, डीएस भारती, केबी मल्होत्रा, शशि बंसल, एसएस लाहिरी, नीलिमा लाहिरी, डा. अवतार सिंह व डा. अजय शर्मा सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।