करनाल/भव्या: बुद्धा कॉलेज ऑफ एजुकेशन में हर साल की तरह शहीदी दिवस के अवसर पर शहीदों के सम्मान के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन बी.एड की छात्रा सलोनी और लता ने किया। कार्यक्रम में भारत मां के सच्चे सपूतों को याद किया गया जिन्होंने देश भक्ति व देश प्रेम को अपने प्राणों से अधिक महत्व दिया।और मातृभूमि के लिए हंसते-हंसते अपने प्राण निछावर कर दिए।
बी.एड एवं डीएड के छात्रा पूजा, शिखा, काजल और आरजू ने कविताओं और देशभक्ति गीतों के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में छात्रों ने अपने ओजस्वी विचारों के माध्यम से बताया कि हम सभी शहीदी दिवस के इतिहास और अहमियत को जानते हैं कि किस प्रकार भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव ने छोटी सी आयू में ही मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। जिसके लिए इन्हें शहीद-ए-आजम के नाम से पुकारा जाने लगा।
कार्यक्रम में छात्रों ने देश के इन शहीदों की शहादत एवं वीर गाथाओं का अपनी कविताओं के माध्यम से यथार्थ चित्रण किया। प्राचार्य डॉ मोहम्मद रिजवान ने छात्रों को बताया कि शहीदी दिवस भारत की शान, गौरव, कल्याण और आजादी के लिए लड़ने वाले महापुरुषों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है। डॉ प्रीति गुणवाल विभागाध्यक्षा ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान के लिए व उनकी यादों को ताजा रखने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस कार्यक्रम में सभी छात्र एवं शिक्षक गण उपस्थित रहे।