(विकास मैहला) अब 100 नम्बर पर डायल करने पर आपको सुनाई देगा कि पुलिस कंट्र्रोल रूम में आपका स्वागत है, तो अंचभित न होना। क्योंकि पुलिस प्रशासन द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम में काफी बदलाव किए है। जिनमें से एक बदलाव 100 नम्बर आई.वी.आर (इस तकनीक से दूसरे के माध्यम से बात हो पाती है)पर कॉल करने पर पुलिस सहायता के लिए अब एक दबाना होगा, उसके बाद ही शिकायतकर्ता या सूचना देने वाले की पुलिस कर्मचारी के साथ बातचीत हो पाएगी। पुलिस द्वारा सिस्टम में किए गए सुधार से जहां सौ नम्बर पर आने वाली फर्जी कॉल्स से मुक्ति मिलेंगी, वहीं दूसरी और पुलिस कंट्रोल रूम में हर शिकायतकर्ता व सूचना देने वालों को काफी हद तक फायदा होगा,
क्योंकि कंट्रोल रूम का नम्बर लाइन बिजी नहीं बताएगा। सूचना देने वालों की काफी देर बाद सौ नम्बर पर बात हो पाती थी, लेकिन अब सौ नम्बर पर आईवीआर सिस्टम लग जाने के बाद फोन व्यस्त आने की समस्या ही खत्म हो जाएगी। पुलिसकट्रोल रूम में आपका स्वागत है, पुलिस सहायता के लिए 1 दबाए, अगर शिकातयकर्ता को पुलिस की सहातयता चाहिए तो उसे 1 दबाना होगा। विटी के बाद सभी पास पहुचेंगा एस.एम.एस पुलिस कप्तान ने कंट्रोल रूम में एक और बदलाव किया है कि पहले जब शिकायतकर्ता पुलिस के पास अपनी बाईक चोरी की सूचना देता था या फिर जिससे पुलिस की सहायाता चाहिए होती थी। तब उसके पास फोन द्वारा ही सूचना मिलती थी। लेकिन अब से जब भी कोई शिकायतकरता पुलिस कट्रौल फोन करेगा तो उसकी सहायता के लिए उसके फोन पर एस.एम.एस. द्वारा सूचना दी जाएगी व पुलिसकर्मी का मोबाईल नंबर व नाम भेजा जाएगा और पुलिसकर्मी के पास उस व्यक्ति का मोबाईल नंबर व नाम दिया जाएगा, और अगर किसी व्यक्ति का वाहन चोरी होता है तो उसे की बीटी के साथ-साथ जिले में सभी पी.सी.आर. राईड्रर व सभी एस.एच.औ. के पास बीटी के साथ-साथ एस.एम.एस. भी पहुंचेगा।
आने वाले फोन का मांगा डाटा पुलिस कप्तान ने गुरूवार को जब यह बदलाव किया तो उन्होंने कंट्रोल रूम में सभी पुलिस कर्मियों को आदेश दिये की आई.वी.आर. शुरू होने से पहले व आई.वी.आर. शुरू होने के बाद कितनी कॉल आएगी उनका डाटा की रिर्पोट उन्हें देनी होगी। पुलिस कप्तान जे.एस. रंधावा ने बताया कि आई.वी.आर. शुरू करने से लगभग 80 प्रतिशत कॉल फेक कॉल आनी कम हो जाएगी व पहले जहां लोगों को पुलिस सहायता पाने के लिए 100 नंबर डॉयल करने बाद काफी देर तक फोन व्यस्त होता था। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। साथ ही विटी के साथ सभी पुलिसकर्मियों के पास एसएमएस भी जाएगा