आज करनाल में गीता जयंती के समापन अवसर पर वैश्विक गीता श्लोक उच्चारण,गीता पाठ व मानव मूल्यों के संकल्प के अंतर्गत जिला करनाल के सभी सीबीएसई व हरियाणा बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों तथा सभी खण्ड व ब्लॉक के सरकारी स्कूलों के बच्चो ने मिलकर अपने अपने स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किया।इस वैश्विक गीता श्लोक उच्चारण अभियान में एक अनूठा अद्बुद्ध उदाहरण प्रस्तुत करते हुए एक विश्व रिकॉर्ड निर्मित करते हुए एक लाख इक्यावन हजार से अधिक की संख्या में इस संकल्प को लेकर इतिहास रच दिया।विभिन्न स्कूलों ने सुयोजित ढंग से इस कार्यक्रम की रूप रेखा पहले से बनाई हुई थी जिसके तहत दोपहर 12 बजे का समय निश्चित किया गया और इस विश्व कीर्तिमान की शुरुआत की।इस कार्यक्रम में सबसे पहले गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज का उद्धबोधन व सन्देश प्रसारित किया गया तदपरांत अपने अपने स्कूलों में विशेष सभा के रूप में एकत्रित डेढ़ लाख से अधिक स्कूली बच्चो ने श्रीमद्भागवत गीता के 18 अध्यायो के अठारह श्लोको की संस्कृत और हिंदी में उच्चारण किया।इसके बाद ‘ हे योगेश्वर, हे परमेश्वर’ नामक सद्भावना गीत के माध्यम से गीता में दर्ज शिक्षा को सद्भावना के संस्कार रूप में ग्रहण किया।इसके अंत मे सभी स्कूलों के बच्चो ने स्वच्छता और मानव मूल्यों के पालन हेतु शपथ और संकल्प भी लिया।
उपरोक्त कार्यक्रम में करनाल जिले के लगभग 95 स्कूलों सीबीएसई स्कूलों से लगभग 74205 बच्चों ने, 200 से अधिक हरियाणा बोर्ड स्कूलों से लगभग 46474 व सरकारी स्कूलों के लगभग 31022 बच्चो समेत कुल 1,51,701 बच्चों ने एक साथ मिलकर श्रीमद्भागवत गीता श्लोक उच्चारण का एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित करते हुए इतिहास रच दिया।सीबीएसई स्कूल एसोसिएशन के प्रधान आरएस विर्क,उप प्रधान अविनाश बंसल,संयुक्त सचिव कुलजिन्दर मोहन सिंह बाठ, सहोदय प्रमुख डॉ राजन लाम्बा,हरियाणा बोर्ड स्कूलों के प्रदेश महासचिव सुशील शर्मा का योगदान व सहयोग इस कार्यक्रम के लिए बेहद सराहनीय रहा।सभी स्कूलों के मौजूद प्रतिनिधियों ने कहा कि एक और जहां इस कार्यक्रम के आयोजन से विश्व कीर्तिमान स्थापित हुआ है,वही युवा बच्चो में मानवीय मूल्यों व भारतीय संस्कृति के प्रति आदर का भाव निर्मित हुआ है।आज के इस युग में इस प्रकार का आयोजन समाज को एक नया रास्ता दिखाने का कार्य भी कर सकता है।
दून इंटरनेशनल स्कूल में भी 1800 बच्चो ने लिया संकल्प!
गीता जयंती के समापन समारोह में जिन एक लाख इक्यावन हजार बच्चो ने आज गीता के 18 श्लोको का उच्चारण किया उसमे दून इंटरनेशनल व दून पब्लिक स्कूल के 1800 बच्चो ने भी भाग लिया।कार्यक्रम के संयोजक कुल्जिन्दर मोहन सिंह बाठ ने कार्यक्रम में बच्चो को गीता के कई श्लोको का मतलब बताते हुए उन्हें गीता की विशेषता के बारे में बताया।उन्होंने कृष्ण और अर्जुन के कई महत्वपूर्ण संदेशो से भी बच्चो को अवगत करवाते हुए हिन्दू धर्म मे गीता के महत्व के बारे में जानकारी दी।अंत मे बाठ ने कहा कि करनाल के निजी स्कूल व सरकारी स्कूलों ने जिस तरह एक समय को निश्चित कर गीता पाठ व संकल्प लिया उससे निश्चित है कि हजारों परिवारों में इस कार्यक्रम का सकारात्म सन्देश गया है।इस कार्यक्रम में दून इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक कुल्जिन्दर मोहन सिंह बाठ,प्रधानाचार्य जतिंदर कौर,उप प्रधानाचार्य वीना शर्मा,आरटीए निरिक्षिक जोगेंद्र ढुल, निरिक्षिक मुनीश कुमार व खेम चंद इत्यादि मुख्य तौर पर मौजूद रहे जिन्होंने सभी बच्चो के साथ न केवल शपथ व संकल्प लिया बल्कि श्रीमद्भगवत गीता के कई ज्ञान संदेशो से भी बच्चो को अवगत करवाया।