करनाल के चांदसमंद के रहने वाले 25 वर्षीय युवा अभिनेता सौरभ राजपूत ने कहा हर परिस्थिति में खड़ा होना मैंने मेरे पिता श्री राकेश कुमार जी से सीखा जब मैंने अभिनय मैं शुरुआत की तो उनके दिए हुए विचार, बचपन में सिखाया हुआ अनुशासन, एक अभिनेता के रूप में बहुत काम आया …और आज भी कोई कठिन परिस्थिति आती है तो मुझे एक गुरु की तरह परिस्थिति से कैसे निपटना है वो समझाते हैं … 2019 मे बतौर योगा टीचर मुंबई पहुंचा परिस्थिति ऐसी थी कि मजबूरन योगा टीचर बनना पड़ा 6 महीने तक लोगों को योगा सिखाता रहा.. इसके बाद क्राइम पेट्रोल सावधान इंडिया में कैरेक्टर रोल करने का मौका मिला…. कहीं बड़े बड़े सीरियल में वेब सीरीज में… जैसे गुम है किसी के प्यार में,दिल मांगे मोर, वेब सीरीज ताज़, और बतौर अभिनेता काफी सीरियल्स में कैरेक्टर रोल करने का मौका मिला
लेकिन अंदर एक आग थी कि नहीं अभी तक वह रोल नहीं मिला जो मुझे बतौर अभिनेता संतुष्ट कर सके लंबे इंतजार के बाद फिर मुझे फ़ना सीरियल में ठाकुर प्रताप की भूमिका मिली जो कलर्स पर टेलीकास्ट हो रहा है …. सौरभ का कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री सब्र का इम्तिहान लेती है वही टिकता है जो हर परिस्थिति में मजबूती से खड़ा रहे …
मुंबई का सफर आसान नहीं, पीछे हटने वालों के लिए नहीं है जगह
सौरभ राजपूत कहते हैं की मेरे गांव में आज भी बस नहीं आती और उस गांव से निकलकर मुंबई को समझना मुश्किल था पर नामुमकिन नहीं पर बतौर अभिनेता सफर आसान नहीं बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है हर रोज नई चुनौतियां होती है एक मिडिल क्लास परिवार से होने के नाते फाइनेंशली बहुत सारी समस्या होती है लेकिन सब्र हो तो सब संभव है ये इंडस्ट्री सब्र का इम्तिहान लेती है जो डर कर पीछे हट गया उसके लिए यहाँ मैं कोई जगह नहीं और जो कलाकार हर परिस्थिति में मजबूती से खड़ा रहा वह लंबी पारी खेलने में सफल होता है ,इसके साथ ही एक बात है कि इंडस्ट्री में लगातार काम नहीं मिलता ,हर नए शो के लिए ऑडिशन देकर खुद को फिर से साबित करना होता है, नये कैरेक्टर के लिए खुद को तैयार करना पड़ता है ,रोजाना के जीवन में अनुशासन और व्यवहार बहुत मायने रखता है ,जो मेने मेरे पिता से सिखा