लगभग 25 गाँव से लगता हुआ सुभरी का पुल जो सैंकड़ो साल से ओवरलोड को सहन कर रहा है लेकिन कई साल पहले उसकी मियाद पूरी हो चुकी है लेकिन प्रसाशन का मियाद पूरी हुए पुल पर कोई ध्यान नही है। और पुल के बीच बड़ी-बड़ी दरारे साफ दिखाई दे रही है और पुल के दोनों तरफ़ रेलिंग नही है। गांव में किसानों की संख्या बढ़ने के कारण साधनो में भी बढ़ोतरी हो रही और अगर पुल पर आमने-सामने से दो वाहन निकलने लगे तो वह भी नहीं निकल सकते और करनाल से आने वाली सड़क के हालात भी खस्ता है। इस पुल और सड़क की तरफ प्रसाशन के ध्यान न देने पर दर्जन गाँव के युवाओ ने युवा बोलेगा मंच के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पुल पर प्रसाशन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जाहिर किया और नए पुल बनाने की मांग रखी।
सुभरी गांव के वासी पंकज और सौरभ का कहना है कि यह पुल कभी भी टूट सकता है और कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है और इस पुल के टूटने से लगभग 25 गाँवो का रास्ता बंद हो सकता है। प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे युवा बोलेगा मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट जे.पी. शेखपुरा ने कहा कि यह कैसी व्यवस्था है पी.डब्ल्यू.डी. विभाग को तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए और दर्जनों गाँवो की सुविधा के लिए नए पुल और सड़क का निर्माण कार्य शुरू करें। इसी दौरान मंच के सरंक्षक योगेंद्र शर्मा और करनाल अध्यक्ष रवि भाटिया ने कहा कि किसी भी देश का गाँवो की सड़कों से शुरू होता है और अगर इन गांवों की ऐसी गंभीर समस्या जल्द पूरी नहीं होगी, तो गाँव के किसान बिछड़ जाएंगे। इस दौरान मंच के प्रदेश सोशल मीडिया इंचार्ज हर्षित जयहिंद, करनाल मीडिया इंचार्ज करण गिरधर, गाँववासी विक्रांत, अंकुश, पुलकित, पिंकू, गगन, अमित, प्रिंस, राजन, संजीव, देवदत्त, वीरेन, विशाल व अन्य मौजूद रहे।