करनाल। घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक मामले को अशोभनीय करार देते हुए कहा है कि कांग्रेस केवल राजनीतिक हित में यकीन करती है राष्ट्रहित में नहीं। यदि उसे राष्ट्रहित की चिंता होती तो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक कतई नहीं होती।
प्रधानमंत्री पंजाब के लिए हजारों करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ करने जा रहे थे, उनके काफिले को रोका गया, प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई इस बड़ी चूक से कांग्रेस की मानसिकता का स्तर उजागर होता है और ये भी पता चलता है कि केवल और केवल अपने हित के लिए कुछ भी कर सकते हैं लेकिन ये षडयंत्रकारी और अहितकर सोच से कभी कोई व्यक्ति, पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती।
हम भारत देश के बांशिदे हैं और सबसे पहले राष्ट्र की सुरक्षा का जिम्मा हम सबका है और प्रधानमंत्री के नाते उनकी सुरक्षा हर राज्य का दायित्व है, जिसमे पंजाब सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है। सुरक्षा के मामलों में इस तरह की लापरवाही नाकाबिले बदार्श्त है, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को भी इसके लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।
कल्याण ने कहा कि पंजाब पुलिस ने प्रधानमंत्री सुरक्षा दस्ते को आश्वासन दिया था कि मार्ग में कोई गतिरोध नहीं है इसके बावजूद सुरक्षा में बड़ी चूक कई सवालिया निशान लगाती है। सवाल यह है कि क्या सोच समझी साजिश के तहत प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ते को झूठ बोला गया? प्रदर्शनकारियों को प्रधानमंत्री की गाड़ी तक किसने पहुंचाया, किसने ये सूचना लीक की? आखिर पंजाब की कांग्रेस सरकार किस बात का इंतजार कर रही थी?
शायद इसलिए लौटते समय प्रधानमंत्री ने पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के लिए संदेश दिया कि जिंदा लौट आया हूं। विधायक हरविंद्र कल्याण ने दोहराया कि देश के माननीय प्रधानमंत्री का किसी राज्य के लिए यह बयान अपने आप में बहुत बड़ी चूक को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के गंभीर दौर में आतंकवाद से गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में इस तरह की सुरक्षा चूक कभी नहीं हुई। देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक निंदनीय घटना है।