बिती रात करीब 11:30 बजे करनाल पुलिस की सै0-13 कि चौकी की राईडर पर सवार राईडर इन्चार्ज एस.आई. कृष्ण कुमार और ड्राइवर मुख्य सिपाही आनंद कुमार अपने गस्त प्वाइंटों पर गस्त करते हुए, सै0-6 चौकी करनाल से निर्मल कुटिया चौकी की ओर जा रहे थे। रास्ते में जब हम ग्रीन बैल्ट पर कर्णेश्वर मंदिर के सामने पहुंचें तो एक ट्रक वहां पर खड़ा था, जिसके सामने एक बिना नंबर प्लेट की मोटर साईकिल खड़ी थी व कुछ लड़के हाथों में हथियार लिए हुए थे। जिन्हें देखकर उन्होंने तुरंत अपनी राईडर को रोक लिया और उनकी ओर तेजी बढ़ते हुए पूछा कि ये इस तरह से यहां पर क्या हो रहा है। तभी वहां पर खड़े एक लड़के ने एस.आई. कृष्ण को जान से मारने की नियत से हाथ में चाकू लेकर सीधा वार उसके सिर में किया, जो कृष्ण के सिर में बायीं ओर लगा और कृष्ण बच गया। इतने में मुख्य सिपाही आंनद कुमार ने लपककर उस लड़के को पकड़ लिया, वहां पर मौजुद उस आरोपी के अन्य साथीयों ने उसे छुड़ाने के लिए पुलिस कर्मीयों पर हमला कर दिया। उन्होंने जमकर पुलिस कर्मीयों पर लाठी डंडे बरसाए, जिससे दोनों पुलिस कर्मचारियों को काफी चोटें आई। लेकिन इस पर भी उन्होंने पकड़े हुए आरोपी को नहीं छोड़ा।
तभी जिस आरोपी को उन्होंने पकड़ा था वह चिल्लाया और बोला शेरू ये पुलिस वाले मुझे ऐसे नहीं छोडे़गें, तु इन्हें अपनी पिस्तौल से गोली मार दे। इतने में दूसरी ओर से उसके साथी ने पिस्तौल निकाल कर उन पर फायर कर दिया, परंतु उन्होंने स्वयं को उससे बचा लिया और पकड़े हुए आरोपी को फिर भी नहीं छोड़ा। फायर करने के बाद वे चारों लड़के जी.टी. रोड़ से गुजर रही बस को देखकर वहां से अपनी मोटर साईकिल सहित भाग निकले। तब वहां पर खड़े ट्क के ड्राइवर ने बताया इन पांचों ने हथियार के बल पर मेरी गाड़ी को रोककर मेरे से मेरा फोन व मेरा पर्श जिसमें पैसे व कागजात थे, जबरदस्ती छीन लिया। उन आरोपीयों ने मारपीट के दौरान एस.आई. कृष्ण कुमार की जेब से भी उसका पर्श निकाल लिया।
पकड़े गए आरोपी की पहचान….. मख्खन पुत्र अर्जुन सिंह वासी गांव नगला फार्म करनाल के रूप में हुई। इसके बाद रात करीब 12ः00 बजे राईडर इंन्चार्ज कृष्ण कुमार व ड्राइवर आनंद पकड़े आरोपी को लेकर सै-13 चौकी पहुंचे। वहां पर मौजुद सहकर्मीयों ने उन्हें देखते ही आरोपी को अपने कब्जा में लिया व अपने साथीयों को तुरंत इलाज के लिए कल्पना चावला मैडिकल कालेज लेकर गए।
यह मामला जैसे पुलिस अधीक्षक करनाल श्री जशनदीप सिंह रंधावा भा.पु.से. के संज्ञान में आया, तो उन्होंने दोनों कर्मीयों की प्रशंसा करते हुए, उनके लिए तुरंत पांच-पांच हजार रूपये नकद ईनाम व प्रशंसा पत्र देने को कहा। उन्होंने फोन के जरिए दोनों कर्मीयों का हाल भी जाना और उनका हौंसला बढ़ाया। पुलिस कप्तान ने प्रबंधक थाना सिविल लाईन व सै0-13 चैंकी इन्चार्ज को इस मामले की जांच करके जल्द से जल्द इस आरोपी के अन्य साथीयों को गिरफतार करने के आदेश दिए।