Big News – करनाल में मजूदरों ने की महापंचायत , मजदूरी घटाने का जता रहे हैं विरोध , प्रदर्शन के बाद डीसी के माध्यम से सरकार को सौंपा ज्ञापन ,देखें Live – Share Video
मजदूरी 12 रुपये 72 पैसे से घटाकर 8 रुपय 52 पैसे की। साल में चार बार आने-जान पर खर्च हो जाते हैं 6 हजारकरनाल अनाज मंडी करनाल शहर के अलावा घरौंडा, इंद्री, असंध, नीलोखेडी समेत सभी मंडियों से पहुंचे 5 हजार मजदूर।
हरियाणा के जिले करनाल की सभी मंडियों के मजदूरों ने नई अनाज मंडी में महापंचायत का आयोजन किया। उन्हाेंन सरकार द्वारा घटाई गई 4 रुपये 20 रुपये को दोबारा से बढ़ाने की मांग रखी। महापंचायत में सभी ने फैसला लिया कि वे मजदूरी बढ़ाने की मांग को सरकार तक पहुंचाने के लिए शहर मंे प्रदर्शन करते हुए सचिवालय जाएंगे और डीसी के माध्यम से सरकार तक अपना मांग पत्र पहुंचाएंगे। साथ ही फैसला लिया कि यदि उनके पैसे नहीं बढ़ाए तो वे मजदूरी न करने का भी फैसला ले सकते हैं।
मजदूर नेता जंगबहादुर यादव ने बताया कि सारे मजदूर अपनी मजदूरी बढ़वाने आए हैं। उनकी मजदूरी में 4 रुपये 20 पैसे की कटौती की गई है। पिछली मजूदरी वापस की जाए और जो कटौती है उसे वापस किया जाए। पहले 12 रुपये 72 पैसे मजदूरी मिलता था अब 8 रुपये 52 पैसे देने की बात कही जा रही है।
वहीं मजदूर नेता रामकुमार महतो ने बताया कि सरकार ने हमें आश्वासन दिया था कि मजदूरी बढ़ाई जाएगी। जब उन्होंने मार्केट कमेटी के सेक्रेटार ये मिलकर पूछा तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। सिर्फ ये बताया कि 8 रुपये 56 पैसे मजदूरी है। उनकी मजदूरी कांग्रेस सरकार में एक बार बढ़ी थी। लेकिन दोबारा से मजदूरी कम हो गई थी। इस बार रेट कम हुआ है।
उन्होंने मांग रखी है कि वे मजदूरी बढ़ाने की मांग करते हैं। यदि मजदूरी बढ़ाई नहीं जाती तो कम से कम घटाई तो न जाए।वे बिहार से दो बार आते हैं और दो बार जाते हैं। एक साइड में उनके 1500 रुपये खर्च होते हैं। वर्ष में उनका तीन से चार महीने ही काम होता है। उनका खर्च पूरा नहीं हो पाता।
ऐसे में सरकार उनके फायदे की सोचे। कल से मंडियों में धान की सरकारी खरीद शुरू होने की उम्मीद है ऐसे में एक तरफ अगर सरकार की तरफ से धान की खरीद शुरू हो गई और दूसरी तरफ मजदूर हड़ताल पर चले गए तो प्रशासन और सरकार के हाथ पैर फूल जाएंगे ऐसे में प्रशासन और सरकार को जल्द इस बात का हल निकालना चाहिए ताकि धान की खरीद सुचारू रूप से शुरू हो और किसी को परेशानी ना हो।