मंदिर के प्रधान विनोद खेतरपाल श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। तब से लेकर आज तक श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद मास की अष्टमी को मनाया जाता है।मंदिर में हर जन्माष्टमी का त्यौहार हर वर्ष पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। सुंदर-सुंदर झांकियों से मंदिर में रोनके लग जाती है। शाम के समय मट्की कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है।
सैंकड़ों की संख्या में लोग दर्शन करने के लिए पहुंचते है, लेकिन इस बार कोविड 19 के चलते नियमों का ध्यान रखते हुए सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार ही जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जा रहा है। इसी प्रक्रिया में मंदिर में सुबह ध्वजरोहण राजन अरोड़ा समाजसेवी एवं महेश भाटिया एम् डी रुतबा के द्वारा किया गया। रघुनाथ ट्रस्ट स्कूल के बच्चो द्वारा राधा कृष्ण की झांकियो पर नृत्य किया गया।
आज शाम को झाकियों का लोकार्पण संजय बठला मुख्यमंत्री प्रितिनिधि , योगिन्दर राणा जिलाध्यक्ष भाजपा, मेयर रेनू बाला गुप्ता ,ओम प्रकाश सुखीजा,मदन मोहन चौधरी समाजसेवी, के द्वारा किया जायेगा। संस्था के सभी सदस्यों के द्वारा ध्वजारोहण के बाद मुख्य अतिथि को समृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विनोद खेतरपाल प्रधान , विनीत भाटिया महासचिव , कृष्ण लाल तनेजा चेयरमैन ,रमेश मिढ़ा उपप्रधान , कृष्ण लाल दुग्गल , चमन लाल ठकराल ,राजपाल टुटेजा पार्षद ईश गुलाटी , अमित आहूजा, सोनिया चोपड़ा, गीता कनोजिया सहित आदि भक्तजन मौजूद रहे।